न्यूज डेस्क: पूर्व केंद्रीय मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता शरद यादव का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनकी बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से इसकी जानकारी दी। शरद यादव ने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। बता दें कि उनका निधन गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में हुआ। वहीं शरद यादव की बेटी ने फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट में लिखा- “पापा नहीं रहे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन हुआ, उनकी बेटी ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की। pic.twitter.com/4NZFoL27uC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 12, 2023
लंबे समय से बीमार थे शरद यादव
बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले शरद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह जनता दल परिवार के पुराने नेता थे और जीवन के अंतिम दिनों में एक बार फिर लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से ही आकर जुड़ गए थे।
लालू यादव को सीएम बनाने में शरद यादव की रही अहम भूमिका
1990 बिहार विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री के रूप में लालू प्रसाद यादव के चयन में शरद यादव ने जनता दल खेमा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तब के प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह रामसुंदर दास को सीएम बनाए जाने के पक्ष में थे। लालू ने शरद यादव को अपने खेमे में करके तीन वोट से राजद के अंदर रामसुंदर दास पर बढ़त बना ली थी।
1997 में शरद यादव ने जेडीयू की स्थापना की
हालांकि, यहीं से दोनों की दोस्ती टूटने की भी नींव पड़ने लगी थी। 1997 में लालू ने राष्ट्रीय जनता दल का गठन कर लिया, जबकि शरद यादव ने जदयू की स्थापना की। यह बाद में जॉर्ज फर्नांडिंस की समता पार्टी में मिल गई। आगे चलकर शरद और लालू लोकसभा चुनाव में भी एक-दूसरे के सामने आए। दोनों ने एक-एक बार एक-दूसरे को हराया।
शरद यादव ने 2017 में नीतीश के एनडीएम में लौटने का किया विरोध
शरद यादव ने 2017 में नीतीश कुमार के एनडीए में लौटने के फैसले का कड़ा विरोध किया था। इस विरोध की कीमत उन्हें राज्यसभा की सांसदी गंवा कर चुकानी पड़ी थी। 2018 में उन्होंने अलग पार्टी एलजेडी बनाई। हालांकि, राजनीतिक रूप से यह पार्टी असफल रही। खुद शरद यादव भी चुनाव नहीं जीत सके। अंतत: साल 2022 में शरद यादव ने एलजेडी को लालू यादव की आरजेडी में मिला लेने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही पुराने सहयोगी लालू से एक बार फिर शरद का मिलन हो गया।
शरद यादव के निधन पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू,उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत देश के तमाम दलों ने शोक व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने व्यक्त किया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि सत्तर के दशक में छात्र नेता रहे शरद यादव ने सदैव लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए संघर्ष किया। राष्ट्रपति ने कहा कि श्री यादव संसद में राष्ट्रीय स्तर पर वंचितों की सशक्त आवाज़ थे।
Saddened to know about the passing away of former Union Minister Shri Sharad Yadav. A student leader of seventies who fought for democratic values, Sharad ji was an important national voice of the dispossessed in Parliament. My deepest condolences to his family and admirers.
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 12, 2023
उपराष्ट्रपति ने व्यक्त की शोक संवेदनाएं
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और दिग्गज सांसद शरद यादव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने संदेश में धनखड़ ने कहा कि शरद यादव एक लोकप्रिय नेता, प्रशासक और सार्वजनिक जीवन में उच्च आदर्शवादी व्यक्ति थे।
Saddened by the untimely passing away of former Union Minister & veteran Parliamentarian, Shri Sharad Yadav Ji. A popular leader and an astute administrator, he set high benchmarks in public life. My deepest condolences to his family members and well wishers. Om Shanti!
— Vice President of India (@VPSecretariat) January 12, 2023
पीएम मोदी ने कहा आपके साथ हुई बातचीत को सदैव संजो कर रखूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दिग्गज नेता शरद यादव के निधन से उन्हें अत्यंत दुख हुआ है। मोदी ने कहा कि डॉ. लोहिया के आदर्शों से प्रेरित श्री यादव ने सार्वजनिक जीवन की लंबी अवधि में स्वय को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे उनके साथ हुई बातचीत को सदैव अपनी स्मृति में संजो कर रखेंगे।
Pained by the passing away of Shri Sharad Yadav Ji. In his long years in public life, he distinguished himself as MP and Minister. He was greatly inspired by Dr. Lohia’s ideals. I will always cherish our interactions. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2023
तेजस्वी यादव ने दी श्रद्धांजलि
आरजेडी के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर शरद यादव के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, ”मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं। कुछ कह पाने में असमर्थ हूं। माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई. दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।’
मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूँ। कुछ कह पाने में असमर्थ हूँ।
माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई। दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 12, 2023
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जताया शोक
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शरद यादव के निधन पर दुख जताते हुए कहा, “वरिष्ठ राजनेता, पूर्व सांसद शरद यादव जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। वे विलक्षण प्रतिभा वाले महान समाजवादी नेता थे जिन्होंने वंचितों–शोषितों के दर्द को दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका निधन समाजवादी आंदोलन के लिए बड़ी क्षति है। परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
वरिष्ठ राजनेता, पूर्व सांसद शरद यादव जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। वे विलक्षण प्रतिभा वाले महान समाजवादी नेता थे जिन्होंने वंचितों–शोषितों के दर्द को दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका निधन समाजवादी आंदोलन के लिए बड़ी क्षति है। परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
— Om Birla (@ombirlakota) January 12, 2023