हवाई जहाज को उड़ाने की जिम्मेदारी पायलटों की होती है। सोचिए, अगर वो असमर्थ हो जाएं विमान को लैंड कराने में। अमेरिका में ऐसा ही हुआ है। दोनों पायलट एक छोटे विमान को लैंड कराने में अक्षम हो गए थे। तब तकनीक काम आई और पहली बार बिना पायलट की मदद के एक हवाई जहाज ने लैंडिंग की। यह तकनीक है गारमिन ऑटोलैंड सिस्टम ( Garmin Autoland system ) जिसकी मदद से कोलोराडो में बीचक्राफ्ट सुपर किंग एयर बी200 हवाई जहाज ने रनवे पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। कैसे हुआ यह मुमकिन, आइए जानते हैं।
Aeronaut मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दो इंजन वाला टर्बोप्रॉप विमान, बीचक्राफ्ट सुपर किंग एयर बी200 उड़ान भर रहा था, तभी केबिन में हवा का दबाव कम हो गया। इस समस्या की वजह से विमान में सवार दोनों पायलट उसे कंट्रोल करने में असमर्थ हो गए। अच्छी बात यह रही कि विमान में कोई यात्री सवार नहीं था। इस विमान में 7 से 9 यात्री बैठ सकते हैं। आमतौर पर ऐसे विमान एक ही पायलट उड़ा लेता है, लेकिन कंपनियां 2 पायलट रखती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, Garmin का ऑटोमैटिक सिस्टम चालू होने के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को एक संदेश मिला जिसमें कहा गया था कि “पायलट अक्षम है”। इस संदेश की वजह से शुरुआत में थोड़ी घबराहट फैल गई। हालांकि जब यह बताया गया कि ऑटोमैटिक सिस्टम चालू है और लैंडिंग के लिए तैयार है, तब एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने विमान को लैंड करने की इजाजत दे दी। अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने भी इस बात को कंफर्म किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, गारमिन इमरजेंसी ऑटोलैंड उस स्थिति में काम आता है, जब कोई पायलट विमान को उड़ाने की स्थिति में ना हो। सिर्फ एक बटन दबाकर यह सिस्टम चालू हो जाता है। एक बार चालू होने के बाद सिस्टम खुद अपने लिए लैंडिंग की सही जगह चुनता है और यह भी ध्यान रखता है कि रनवे कितना लंबा है। विमान में कितना ईंधन और बाकी जरूरी चीजें कितनीहैं। गारमिन ने साल 2019 में ऑटोलैंड सिस्टम काे पेश किया था। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने कन्फर्म किया है कि ऐसा पहली बार है जब ऑटोलैंड सिस्टम को किसी असली इमरजेंसी सिचुएशन में यूज किया गया है।
