बिहार में पहले फेज का नामांकन खत्म हो गया है, लेकिन महागठबंधन में अब तक सीट शेयरिंग तक नहीं हो पाई है। सीट शेयरिंग तो छोड़िए कांग्रेस छोड़ दूसरी किसी पार्टी ने अपने कैंडिडेट्स की लिस्ट तक जारी नहीं की।
पिछले 8-10 दिनों से पटना से दिल्ली तक सीट शेयरिंग और कैंडिडेट्स सिलेक्शन पर माथापच्ची चलती रही, लेकिन इससे कुछ नहीं निकला।
राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बिहार के रूठे नेताओं को मनाने की कोशिश की, लेकिन वो भी फेल रहे। नतीजा बिना लिस्ट जारी किए पार्टियों ने सिंबल बांटे और नामांकन दाखिल किया।
फर्स्ट फेज के नॉमिनेशन के आखिरी दिन तक RJD, कांग्रेस और VIP सिंबल बांटते रहे। हालात ऐसे बन गए कि 6 सीटों पर महागठबंधन की पार्टियों आमने-सामने हैं।
इसमें 5 पर कांग्रेस और RJD दोनों ने कैंडिडेट उतार दिए हैं। वहीं एक पर CPIML और कांग्रेस ने उम्मीदवार को मैदान में उतार दिया है।
VIP प्रमुख मुकेश सहनी बिहार चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के राज्यसभा प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा, ‘हमे राज्यसभा नहीं चाहिए, मुझे डिप्टी CM बनना है।’
सहनी आज ही दरभंगा के गौराबौराम से नामांकन करने वाले थे, लेकिन अब उन्होंने अपने भाई संतोष सहनी को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि अब उनका कहना है कि वे सिर्फ अपने प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
VIP प्रमुख ने कहा, ‘मैं इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन महागठबंधन की सरकार कैसे बने, इसके जोर-शोर से मेहनत करते रहेंगे। इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी।’
सहनी ने औराई विधानसभा भोगेंद्र सहनी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि दरभंगा शहरी क्षेत्र से उमेश सहनी और गोपालपुर विधानसभा प्रेम शंकर यादव को चुनावी मैदान में उतारा है।
जानकारी के मुताबिक, सहनी को 15 सीटें मिल सकती है। गठबंधन में आज सीट शेयरिंग पर सहमति बन सकती है। खबर है कि, नाराज चल रहे सहनी को एक राज्यसभा और 2 MLC सीट का ऑफर दिया गया है।
इधर, RJD ने लालगंज सीट से बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी को सिंबल दिया है। शिवानी शुक्ला अपनी मां के साथ शुक्रवार को राबड़ी आवास पहुंची थीं। आज उन्होंने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया। इसी सीट से कांग्रेस ने आदित्य कुमार राजा को उतारा है।
इससे पहले बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला ने खुलकर राजद और महागठबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे। शिवानी शुक्ला ने कहा था कि तेजस्वी जी नहीं लड़े होते तो आज आखिरी दिन टिकट नहीं कट रहा होता। हो सकता है तेजस्वी जी महागठबंधन को बचाने के लिए ये सीट कांग्रेस को दे रहे होंगे। मेरे पास पैसा होता तो मैं टिकट ले लेती।’
वहीं, दानापुर सीट से आरजेडी के टिकट पर लड़ रहे रीतलाल यादव ने पटना हाईकोर्ट से चार सप्ताह की रिहाई की मांग की है। पटना हाईकोर्ट ने राजद विधायक रीतलाल यादव की याचिका पर राज्य सरकार को जवाबी हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया है।
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने टिकट बंटवारे को लेकर अपनी ही पार्टी को घेरा है। बरबीघा से कांग्रेस ने त्रिशूलधारी सिंह को टिकट दिया गया है, जिस पर सांसद ने सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस ने 48 कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी कर दी है। कदवा से शकील अहमद, कुटुंबा से राजेश राम चुनावी मैदान में उतरेंगे।
