पूर्व भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव-2 के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी यह नियुक्ति प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में एक महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है।शक्तिकांत दास पहले भी कई अहम पदों पर रह चुके हैं और अर्थव्यवस्था को दिशा देने में उनकी बड़ी भूमिका रही है।वे वित्त मंत्रालय में सचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। उनकी नई नियुक्ति से प्रशासनिक फैसलों में मजबूती आने की संभावना जताई जा रही है।
शक्तिकांत दास ने वित्त मंत्रालय में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएँ दी हैं।RBI के गवर्नर के अलावा वे आर्थिक मामलों के सचिव और वित्तीय सेवाओं के सचिव जैसे पदों पर भी कार्य कर चुके हैं।दिसंबर 2018 में, उन्हें रघुराम राजन की जगह पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का 25 वां गवर्नर नियुक्त किया गया था।यहां उन्होंने मौद्रिक नीति को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शक्तिकांत दास भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के वरिष्ठ अधिकारी और देश के जाने-माने अर्थशास्त्री हैं।उनका जन्म 26 फरवरी 1957 को हुआ था।वे 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के अधिकारी रहे हैं।वे कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्य कर चुके हैं।
प्रमुख उपलब्धियों के रूप में शक्तिकांत दास ने GST लागू करने में अहम भूमिका निभाई,जिससे कर प्रणाली सरल और पारदर्शी बनी। इसके अलावा उन्होंने मौद्रिक नीति और आर्थिक सुधारों में योगदान दिया, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को स्थिरता मिली।डिजिटल भुगतान प्रणाली को बढ़ावा देकर वित्तीय समावेशन को मजबूत करने में भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है।