न्यूज डेस्क
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका दिया है। आयोग ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को शिवसेना नाम और उसका चुनाव चिन्ह धनुष और तीर आवंटित कर दिया है। शिंदे द्वारा दायर छह महीने पुरानी याचिका पर एक आदेश में तीन सदस्यीय आयोग ने ठाकरे गुट को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नाम और मशाल चुनाव चिन्ह को बनाए रखने की अनुमति दी।
The Election Commission of India today ordered that the party name “Shiv Sena” and the party symbol “Bow and Arrow” will be retained by the Eknath Shinde faction. pic.twitter.com/cyzIZCm8sh
— ANI (@ANI) February 17, 2023
आयोग ने अपने आदेश में कहा कि पिछले साल अक्तूबर में शिंदे गुट को आवंटित बाला साहेब शिवसेना का नाम और ढाल और दो तलवार चिन्ह को तत्काल प्रभाव से फ्रीज कर दिया जाएगा और इसका उपयोग नहीं किया जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा कि उसने आदेश को अंतिम रूप देते समय पार्टी संविधान के परीक्षण और बहुमत के परीक्षण के सिद्धांतों को लागू किया।
बालासाहेब की विरासत की जीत : एकनाथ
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आयोग के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैं निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देता हूं। लोकतंत्र में बहुमत का महत्व होता है। यह बालासाहेब की विरासत की जीत है। हमारी शिवसेना वास्तविक है। उन्होंने कहा कि हमने बालासाहेब के विचारों को ध्यान में रखते हुए पिछले साल महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार बनाई।
उद्धव ठाकरे जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
चुनाव आयोग के फैसले पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट ने तीर-कमान चिन्ह चुराया है, जनता इस चोरी का बदला लेगी। उद्धव ने कहा कि भारत में लोकतंत्र नहीं बचा। प्रधानमंत्री को ऐलान करना चाहिए कि देश में तानाशाही शुरू हो गई है।