विकास कुमार
एनसीपी नेता एकनाथ खडसे के दावे से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है। खड़से ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार के एक करीबी ने उनसे उनके धड़े में शामिल होने को कहा था,लेकिन उन्होंने ये प्रस्ताव ठुकरा दिया। खडसे ने कहा कि मुझे अजित पवार की ओर से एनसीपी नेता और विधान पार्षद अमोल मिटकरी ने फोन किया, और उनके धड़े में शामिल होने को कहा,मैंने उन्हें साफ-साफ कह दिया कि मैं शरद पवार का वफादार हूं, मैं उनका साथ नहीं छोड़ूंगा।
वहीं जलगांव जिले से खडसे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरीश महाजन ने इस मामले पर बयान दिया है। महाजन ने कहा कि मुझे यह पता चला कि खडसे अजित पवार धड़े में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मेरी उन्हें सलाह है कि वह शरद पवार को नहीं छोड़ें,उन्हें वरिष्ठ पवार के साथ ही रहना चाहिए।
पूर्व मंत्री खडसे ने 40 साल तक बीजेपी के साथ रहने के बाद 2020 में पार्टी छोड़ दी थी। एनसीपी में शामिल होने के बाद वह महाराष्ट्र विधान परिषद में निर्वाचित हुए। खडसे 2019 तक लगातार छह बार मुक्ताईनगर निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य थे। वह 1987 से अक्टूबर 2020 में अपने इस्तीफे तक बीजेपी के सदस्य थे,लेकिन अब वे पूरी तरह से शरद पवार के साथ खड़े हैं।