न्यूज डेस्क
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों पर दिल्ली पुलिस को 15 जून तक चार्जशीट दायर करना है। लेकिन उससे पहले ही हरियाणा में किसान संगठनों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज हरियाण बंद का ऐलान किया है। बहादुरगढ़ के मांडोठी टोल प्लाजा पर रविवार को हुई जनता संसद में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया था कि पहलवानों के समर्थन में 14 जून को हरियाणा बंद किया जाएगा,इस दौरान राजधानी दिल्ली का दूध पानी और सब्जी की सप्लाई को बंद किया जाएगा।
आज चार्जशीट दाखिल होने से एक दिन पहले खाप पंचायतों ने पहलवानों के समर्थन और बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर हरियाणा बंद का आह्वान किया है। खाप पंचायत से जुड़े लोग आज हरियाणा में रेलवे ट्रैक और सड़क तो जाम करेंगे ही, दिल्ली को होने वाली खाने-पीने की चीजों की सप्लाई पर भी ब्रेक लगाने वाले हैं। खाप पंचायत आज दिल्ली आने वाली सब्जी और दूध की सप्लाई भी रोकने वाली है।
रविवार को आयोजित किसानों संगठनों की जनता संसद में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के किसानों और खाप चौधरियों ने हिस्सा लिया था। जनता संसद की अध्यक्षता दलाल खाप-84 के प्रधान भूप सिंह दलाल के अतिरिक्त एक अध्यक्ष मंडल ने की।
इस बीच अब सिर्फ 24 घंटे बचे हैं जब दिल्ली पुलिस को बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण के मामले में चार्जशीट दायर करना है और उससे पहले इस मामले को लेकर हलचल तेज हो गई है। दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों से अपने आरोपों के समर्थन में ऑडियो और वीडियो सबूत मांगे थे। सूत्रों के मुताबिक बृजभूषण पर आरोप लगाने वाली 6 महिला पहलवानों में से 4 ने दिल्ली पुलिस को ऑडियो-वीडियो सबूत मुहैया भी करा दिए हैं लेकिन दिल्ली पुलिस के सूत्र दावा कर रहे है कि ये सबूत बृजभूषण को दोषी साबित करने के लिए नाकाफी हैं। हालांकि पहलवानों ने पूरी तैयारी कर रखी है। उनका कहना है कि अगर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया तो उनके पास जंतर-मंतर पर फिर से बैठने का ऑप्शन खुला है।
पहलवानों के समर्थन में भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति की तरफ से कहा गया है कि सुबह 10 बजे से शाम के 4 बजे तक वो हरियाणा में बंद रखेंगे। इस दौरान वो राज्य में रोड और ट्रेन बंद करने की कोशिश करेंगे।इसके साथ ही दिल्ली में फल-सब्जी की सप्लाई भी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा खाप पंचायतों ने MSP समेत कुल 25 मांगें सरकार के सामने रखी हैं।