Homeदेशक्या राहुल गाँधी की भारत न्याय यात्रा से इंडिया गठबंधन को मिला...

क्या राहुल गाँधी की भारत न्याय यात्रा से इंडिया गठबंधन को मिला लाभ ?

Published on


न्यूज़ डेस्क 
अब जब भारत जोड़ो यात्रा की दूसरी कड़ी कांग्रेस शुरू नकारने जा रही है देश के भीतर इस बात को केलर चर्चा शुरू हो गई है कि इस यात्रा से इंडिया गठबंधन को कितना लाभ मिलेगा और राहुल गाँधी कि छवि पर कितना असर पड़ेगा ? सवाल यह भी है कि क्या इस यात्रा से बीजेपी को मात देने में कोई मदद मिलेगी ? 

 कांग्रेस की यह भारत जोड़ा यात्रा भारत न्याय यात्रा के रूप शुरू की जा रही है। इस यात्रा की शुरुआत मणिपुर से शुरू होना है। मणिपुर में लम्बे समय से हिंसा का दौर जारी रहा है। बड़ी संख्या में लोग यहाँ यहाँ मारे गए हैं और करीब 70 हजार से ज्यादा लोग विस्थापन के शिकार हुए हैं। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच दूरियां बढ़ी है लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर की यात्रा नहीं कर पाए। ऐसे में राहुल की यह यात्रा मणिपुर के लोगों को कितना आकर्षित करता है यह भी देखने की बात है।

इसके साथ ही जिन 14 राज्यों से यह यात्रा गुजरेगी वहां की राजनीति कितनी बदलती है यह भी देखने की बात होगी। इन राज्यों में कई ऐसे राज्य भी हैं जो हिन्द्दी पट्टी के कहे जाते हैं और जहां कांग्रेस काफी कमजोर है। क्या इस यात्रा का लाभ कांग्रेस समेत ,इंडिया गठबंधन को मिलेगा ?कांग्रेस का मानना है कि राहुल गांधी की इस यात्रा से पूरे इंडिया गठबंधन समूह को लाभ होगा। साथ ही राहुल गांधी को भी राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत और लोकप्रिय नेता के रूप में उभारने में मदद मिल सकती है।

 कांग्रेस ने अपनी इस यात्रा को भारत न्याय यात्रा नाम दिया है। साथ ही यात्रा में मणिपुर, मेघालय और असम जैसे राज्य शामिल हैं। चूंकि, मणिपुर में लंबे समय तक विवाद चलता रहा था, इस यात्रा का असर गैर भाजपाई वोटरों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभा सकता है। इस तरह कांग्रेस पूर्वोत्तर में अपनी जड़ों को दोबारा मजबूत करने की कोशिश करती हुई दिखाई पड़ रही है। उसे इस रणनीति का लाभ मिल सकता है।

इंडिया गठबंधन से भाजपा को जिन राज्यों में सबसे ज्यादा चुनौती मिल सकती है, वे राज्य पश्चिम बंगाल, बिहार और महाराष्ट्र ही हो सकते हैं। पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में भाजपा ने पिछली बार 18 सीटों पर सफलता हासिल की थी। लेकिन जिस प्रकार पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में पूरे विपक्ष ने मिलकर लड़ाई लड़ी और भाजपा को बड़ी बढ़त बनाने से रोक दिया, यदि उसी प्रकार का गठबंधन लोकसभा में भी काम कर पाया, तो भाजपा के लिए अपनी पुरानी संख्या को बरकरार रख पाना भी बड़ी चुनौती बन सकता है। राहुल गांधी की न्याय यात्रा ममता बनर्जी की ताकत बढ़ाने वाली और भाजपा की परेशानी को बढ़ाने वाली हो सकती है।

 इसी प्रकार 2019 में जदयू-लोजपा के साथ चुनाव लड़ते हुए भाजपा ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 39 सीटों पर सफलता प्राप्त की थी। लेकिन बदले समीकरणों में नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के मजबूत चेहरों में शामिल हैं। 2015 बिहार विधानसभा चुनाव का अनुभव बताता है कि भाजपा को इस बार यहां कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। इस बार बिहार में तेजस्वी यादव की राजद, नीतीश कुमार की जदयू, कांग्रेस और वामदल मिलकर लड़ाई लड़ते हुए दिखाई पड़ेंगे। ऐसे में बिहार में भी राहुल गांधी इंडिया गठबंधन की आवाज मजबूती से लोगों तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं।

48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में पिछले चुनाव में भाजपा के साथ शिवसेना की ताकत थी। लेकिन नए समीकरणों में उसके साथ कांग्रेस और एनसीपी की टूटी हुई ताकत उसके साथ होगी। ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता है कि इस चुनाव में उसे महाराष्ट्र में कितना लाभ मिलेगा। शिवसेना का वोटर एकनाथ शिंदे की बजाय उद्धव ठाकरे को वोट कर सकता है। इसी प्रकार एनसीपी के परंपरागत मतदाता शरद पवार के साथ एकजुट हो सकते हैं। ऐसे में महाराष्ट्र में भी इंडिया गठबंधन की ताकत बढ़ सकती है। और संभवतया यही कारण है कि कांग्रेस ने एक सोची समझी रणनीति के अनुसार अपनी यात्रा का समापन महाराष्ट्र में करने का निर्णय किया है। इसका लाभ कांग्रेस और इंडिया गठबंधन दोनों को मिलेगा।

इस बार के चुनाव में यह प्रश्न बार-बार उछल रहा है कि भाजपा के नरेंद्र मोदी के सामने कांग्रेस या इंडिया गठबंधन के पास कोई चेहरा नहीं है। लेकिन जिस तरह भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी को लोकप्रियता मिली थी, माना जा सकता है कि भारत न्याय यात्रा से उस छवि को मजबूती ही मिलेगी। ऐसे में यदि 2024 में के छोड़ दें, तो भविष्य के चुनावों में कांग्रेस के पास एक चेहरा होगा जो भाजपा के किसी भी चेहरे का मुकाबला करेगा।

Latest articles

अमित शाह ने कहा- राहुल गांधी जम्मू कश्मीर के लोगों गुमराह करना बंद करे

जम्मू-कश्मीर में चुनाव गर्मी ने राजनीतिक पारा काफी चढ़ा दिया है।प्रथम चरण के मतदान...

महाराष्ट्र चुनाव में जीत के लिए बीजेपी की खास प्लानिंग, नितिन गडकरी को बड़ी जिम्मेदारी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित महाराष्ट्र के सभी बीजेपी नेता आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव...

चीन की विस्तारवादी नीति पर पीएम मोदी का निशाना

    इंडिया गठबंधन विशेषकर कांग्रेस पार्टी के नेता अक्सर पीएम मोदी पर चीन के मामले...

हरियाणा चुनाव : लालू यादव के दामाद चिरंजवी राव को कांग्रेस ने बनाया रेवाड़ी से उम्मीदवार 

न्यूज़ डेस्क राजद प्रमुख लालू यादव के दामाद चिरंजवी राव रेवाड़ी से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस...

More like this

अमित शाह ने कहा- राहुल गांधी जम्मू कश्मीर के लोगों गुमराह करना बंद करे

जम्मू-कश्मीर में चुनाव गर्मी ने राजनीतिक पारा काफी चढ़ा दिया है।प्रथम चरण के मतदान...

महाराष्ट्र चुनाव में जीत के लिए बीजेपी की खास प्लानिंग, नितिन गडकरी को बड़ी जिम्मेदारी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित महाराष्ट्र के सभी बीजेपी नेता आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव...

चीन की विस्तारवादी नीति पर पीएम मोदी का निशाना

    इंडिया गठबंधन विशेषकर कांग्रेस पार्टी के नेता अक्सर पीएम मोदी पर चीन के मामले...