नई दिल्ली: धनतेरस के साथ ही दीवाली उत्सव की शुरुआत हो जाती है। धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस बार धनतेरस का त्योहार 22 अक्टूबर यानी शनिवार के दिन है। उनकी पूजा करने से घर परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है। सनातन परंपरा के अनुसार धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के साथ धन के देवता कुबेर और आरोग्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा का विधान है। दिवाली की शुरुआत धनतेरस ही होती है।
धनतेरस पर सोना चांदी, बर्तन आदि खरीदने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती और घर में पूरे साल संपन्नता बनी रहती है। लेकिन कुछ चीजें आपके परिवार में दरिद्रता भी ला सकती है,आइये जानते हैं धनतेरस के दिन किन चीजों को खरीदने से परहेज करना चाहिए
कांच और एल्युमिनियम के बर्तन
ज्योतिष के अनुसार कांच और एल्युमिनियम का संबंध राहु से माना जाता है। ऐसे में इस ग्रह से संबंधित दोष से बचने के लिए धनतेरस वाले दिन इन दोनों धातु के बर्तन या सामान भी नहीं खरीदना चाहिए।
नुकीली चीजें
धनतेरस के दिन किसी भी तरह की नुकीली चीज जैसे कैंची, चाकू, सुई आदि नहीं खरीदना चाहिए। मान्यता है कि धनतेरस के दिन ऐसी चीजों को घर लाने पर जहां घर में अशांति और कलह बनी रहती है, वहीं मां लक्ष्मी रूठ कर घर से चली जाती हैं।
प्लास्टिक से बनी वस्तुओं से रहें दूर
धनतेरस के दिन खरीददारी करते समय इस बात का पूरा ख्याल रखें कि पूजा के लिए किसी भी प्रकार की बनावटी या प्लास्टिक की चीजें न खरीदें। वास्तु के अनुसार प्लास्टिक के बने फूल और मूर्तियां घर में नकारात्मक उर्जा बढ़ाती हैं। शुभता के लिए पूजा में मिट्टी से बनीं मूर्तियां और ताजे फूल का प्रयोग ही करें।
लोहे की चीज
धनतेरस के दिन लोहे से जुड़ी कोई भी चीज खरीदने से बचना चाहिए। लोहे का संबन्ध शनि से माना गया है,इससे आपके घर में आर्थिक हानि हो सकती है।
काले रंग की चीजें
धनतेरस के दिन काले रंग की चीजों को घर लाने से बचना चाहिए। काला रंग हमेशा से दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है।
खाली बर्तन
यदि आप कोई बर्तन या इस्तेमाल करने का सामान खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसे घर में खाली न लेकर आएं। खाली बर्तन लाना अशुभ माना जाता है। आप चाहे कुछ फल या अनाज रख सकते हैं।