इजरायल और ईरान के बीच चल रहा युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है।इजरायल ने ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद ईरान पर साइबर अटैक कर दिया।इसकी वजह से ईरान में कई घंटों से इंटरनेट बंद है।अब ईरान ने जवाब देते हुए इजरायल के कई ठिकानों को निशाना बनाया है। इसमें एक अस्पताल भी शामिल हैं।इजरायली लोग हमलों से परेशान होकर शेल्टर की ओर भाग रहे हैं।
ईरान के एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा कि ईरान हमेशा शांति और सुरक्षा के पक्ष में है और तेहरान किसी भी शांति वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन शर्त यह है कि पहले इजराइली सैन्य कार्रवाई की निंदा की जाए। भारत में ईरान के मिशन के उप प्रमुख मोहम्मद जावेद हुसैनी ने कहा कि अमेरिकियों को दबाव डालना चाहिए और दूसरे पक्ष को बातचीत की मेज पर लाना चाहिए।
ईरान से भारतीय नागरिकों को निकालने के संबंध में उन्होंने कहा कि उनके देश का भारतीय दूतावास के साथ बहुत अच्छा संपर्क हैं और वे छात्रों सहित उन भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करेंगे जो देश छोड़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी विदेशी नागरिकों की सुरक्षा करने का प्रयास करते हैं।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा था कि भारतीय दूतावास द्वारा की गई व्यवस्था के माध्यम से तेहरान में भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर ले जाया गया।
ईरान की राजधानी तेहरान पर इजराइल का भीषण हमला जारी है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम और उसकी बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं को नष्ट करना चाहता है। ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत इजराइल ने ईरान के क्षेत्र पर कई हमले किए हैं, तेहरान ने भी तेल अवीव को चेतावनी देने के बाद जवाबी कार्रवाई की है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा इजरायल की ओर से अमेरिका से मदद मांगना इस बात का संकेत है कि इजरायल कमजोर हो गया है।खामेनेई ने ईरान की जनता से अपील करते हुए कहा, ” मैं अपने प्यारे देश को बताना चाहूंगा कि अगर दुश्मन को यह एहसास हो जाए कि आप उनसे डरते हैं तो वे आपको छोड़ेंगे नहीं। आज तक आपने जिस तरह की हिम्मत दिखाई है उसे जारी रखें।
ईरान ने इजरायल के बीर शेवा में स्थित सोरोका अस्पताल पर मिसाइल हमला किया, जिससे अस्पताल के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचा है। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल के रक्षा मंत्री ने ईरान को चेतावनी दी है।उन्होंने कहा कि खामेनेई मॉर्डन हिटलर हैं और हम उनका आस्तित्व मिटा देंगे।
रूस ने गुरुवार को ईरान-इजरायल युद्ध में सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ अमेरिका को चेतावनी दी।एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा कि अगर अमेरिका ईरान के खिलाफ अपनी सेना भेजेगा तो हालात बिगड़ जाएंगे।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने फोन पर बात कर ईरान पर इजरायली हमले की कड़ी निंदा की है।उन्होंने इजरायल की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया।
इजरायल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच और आंतरिक मंत्री मोशे अर्बेल ने ईरानी मिसाइल हमलों से क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में तेजी से काम करने को लेकर बैठक बुलाई है।इस बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा है उन्हें घर उपलब्ध कराया जाएगा।
चीन ने इजरायल और ईरान से युद्ध रोकने की अपील की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि चीन संघर्ष में शामिल दोनों पक्षों, विशेषकर इजरायल से अपील करता है कि वे क्षेत्र के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए तुरंत युद्ध रोक दें।