न्यूज डेस्क
दक्षिण भारत से आज दो खबर सामने आ रही है । पहली बड़ी खबर तो ये है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस.जगन रेड्डी की बहन और वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाई.एस.शर्मिला ने आज सोमवार को कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से बेंगलुरु में उनके आवास पर मुलाकात की है। शिवकुमार के कार्यालय के अनुसार, यह दोनों नेताओं के बीच एक सौहार्दपूर्ण मुलाकात थी।
शिवकुमार आंध्र प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएसआर राजशेखर रेड्डी के दिनों से शर्मिला रेड्डी के करीबी पारिवारिक मित्र हैं। सूत्रों ने कहा कि शर्मिला रेड्डी तेलंगाना राज्य में कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की इच्छुक हैं और उन्होंने इस संबंध में शिवकुमार से बात की थी। कहा जा रहा है कि अगर तेलंगाना में दोनो दलों के बीच गठबंधन होता है तो विपक्षी एकता को और भी मजबूती मिल सकती है।
बता दें कि शिवकुमार के कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक थी। शर्मिला ने पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए शिवकुमार की सराहना की थी।
गौरतलब है कि वाईएसआरटीपी अध्यक्ष ने 17 मई को आगामी 2023 तेलंगाना विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अफवाहों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था, “हम किसी के भी साथ बातचीत के लिए तैयार हैं क्योंकि हम केसीआर नहीं चाहते हैं। राज्य में सत्ता बदलनी चाहिए । शर्मिला ने कहा था, “यह एक चुनावी वर्ष है, इसलिए हर पार्टी हर चीज के लिए हर तरह से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी, इसलिए यह आश्चर्य की बात नहीं है।” शर्मिला और शिवकुमार की मुलाकात को केसीआर के लिए चुनौती माना जा रहा है।
उधर दूसरी खबर कर्नाटक की है । कर्नाटक कैबिनेट के 34 सदस्यों की अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के दो दिन बाद, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को वित्त और उनके डिप्टी डीके शिवकुमार को प्रमुख और मध्यम सिंचाई, और बेंगलुरु शहर विकास मंत्रालयों के साथ अन्य विभागों का आवंटन किया गया।
इसके अलावा, सिद्धारमैया ने कैबिनेट मामलों के मंत्रालय, कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग, खुफिया, सूचना, आईटी और बीटी इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और सभी गैर-आवंटित विभागों को भी अपने पास रखा है।
डीके शिवकुमार, बेंगलुरु शहर विकास मंत्रालय के तहत, बीबीएमपी, बीडब्ल्यूएसएसबी, बीएमआरडीए, बीएमआरसीएल और बीडीए पर नियंत्रण रखेंगे। वही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और चित्तपुर विधायक प्रियांक खड़गे को ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय दिया गया है। जी परमेश्वर को कर्नाटक राज्य में महत्वपूर्ण गृह मंत्रालय आवंटित किया गया था।