न्यूज़ डेस्क
तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आज शपथ लेते ही अपने कैबिनेट बैठक की। इस बैठक में सीएम ,डिप्टी सीएम मल्लू भट्टी के अलावे 11 अन्य मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया और कई मुद्दों पर चर्चा की।
इससे पहले गुरुवार दोपहर को हैदराबाद के एल.बी. स्टेडियम में शपथ लेने के बाद राज्य सचिवालय पहुंचे रेवंत रेड्डी ने अपनी पत्नी के साथ पुजारियों के एक समूह द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा की। जब वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे तो पुरोहितों ने उन्हें आशीर्वाद दिया। बाद में उन्होंने मुख्य सचिव शांति कुमारी और अन्य शीर्ष अधिकारियों द्वारा लाई गई कुछ फाइलों पर हस्ताक्षर किए।
रेवंत रेड्डी के कार्यभार संभालने के बाद राज्य मंत्रिमंडल की पहली बैठक सचिवालय में शुरू हुई। बैठक में उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और 11 अन्य मंत्री शामिल हुए। इससे पहले, अधिकारियों और सचिवालय कर्मचारियों ने रेवंत रेड्डी का उनके आगमन पर गर्मजोशी से स्वागत किया। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद रेवंत रेड्डी ने घोषणा की थी कि सचिवालय के दरवाजे लोगों के लिए खुले रहेंगे।
बता दें कि अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित और अद्वितीय डिजाइन से निर्मित नए सचिवालय परिसर का उद्घाटन इसी साल 30 अप्रैल को किया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने छठी मंजिल पर अपने कक्ष में एक कुर्सी पर बैठकर परिसर का उद्घाटन किया था और कुछ फाइलों पर हस्ताक्षर किया था।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री, मंत्रियों, मुख्य सचिव और अन्य सभी सचिवों और विभागों के प्रमुखों के कार्यालय वाले एकीकृत परिसर का नाम डॉ. बी.आर. अंबेडकर के नाम पर रखा गया है। 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित सचिवालय छह मंजिला इमारत है। सात लाख वर्ग फुट में बनी यह इमारत सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। हालांकि, सचिवालय परिसर में आमजन का प्रवेश प्रतिबंधित है। यहां तक कि मीडियाकर्मियों को भी इस परिसर में जाने की इजाजत नहीं है।
लेकिन अब माना जा रहा है कि नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी इस सचिवालय को जनता के लिए भी खोल देंगे ताकि जनता और सरकार के बीच कोई दुरी न रहे। अब तक इस सचिवालय परिसर में मीडिया की पहुँच भी नहीं थी लेकिन माना जा रहा है कि मीडिया के लिए भी यहाँ व्यवस्था की जाएगी। रेवंत के सीएम बनने के बाद अब इस बात की चर्चा होने लगी है कि चुनाव के दौरान जो कांग्रेस की तरफ से गारंटी दी गई थी उस पर कब मुहर लगेगी। कांग्रेस ने तेलंगाना को प्रजाला तेलंगाना बनाने की बात कही है।