समस्तीपुर के सरायरंजन में नीतीश कुमार ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पहले बहुत बुरा हाल था। शाम के बाद कोई घर के बाहर नहीं निकलता था।उनके समय में हिंदू-मुस्लिम झगड़े होते थे। बहुत कम बच्चे पढ़ते थे। पढ़ाई कम होती थी। बिहार के विकास का काम लगातार हो रहा है। अब डर और भय का वातावरण नहीं है।अब झगड़ा नहीं होता है।
सीएम नीतीश ने कहा कि जब हमें मौका मिला था तब कब्रिस्तानों की घेराबंदी करवाई। अब झगड़ा नहीं होता है।2016 में हमने देखा कि जो हिंदू के मंदिर थे, वहां भी गड़बड़ होती थी।वहां भी घेराबंदी की गई, अब कोई गड़बड़ी नहीं होती है।हमने बड़ी संख्या में स्कूल खोले। शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु लड़के-लड़कियों के लिए पोशाक और साइकिल योजना शुरू की।
जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने आगे कहा कि हमने मुस्लिम समुदाय के लिए भी काफी काम किया है।2025 में बजट में बिहार के मखाना बोर्ड समेत कई घोषणाएं की गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पीएम बहुत ज्यादा बिहार आते हैं।जगह जगह जाकर लोगों की समस्याओं को देखते हैं।2024 में सरकार बनने के बाद उन्होंने बिहार को सौगात दी।सीएम नीतीश जिस मंच से जनसभा को संबोधित कर रहे थे, उसके पीछे पीएम मोदी की तस्वीर लगी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बिहार में बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षकों की बहाली की। बीपीएससी के जरिए दो लाख 58 हजार सरकारी शिक्षकों की बहाली की।
उन्होंने कहा कि हम 5 नवंबर 2005 में सरकार में आए।तब से हमने बिहार के लिए बहुत काम किया। पहले स्थिति बहुत खराब थी।पहले इलाज का इंतजाम नहीं था। सड़कें बहुत कम थीं, जो थीं भी उनका बहुत बुरा हाल था।बिजली भी बहुत कम जगह थी।हम लोगों की जब सरकार आई तो सभी वर्गों के लिए काम किया।