विकास कुमार
मोदी सरनेम केस के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को बड़ी राहत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से देश का सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल गया है। अभी तक राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद की रेस से बाहर चले गए थे। ऐसे में विपक्ष की गोलबंदी में कांग्रेस की बारगेनिंग पावर घट गई थी,लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अब सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल गए हैं। अब कांग्रेस खुलकर मोदी के सामने राहुल गांधी का नाम आगे करेगी। इससे क्षेत्रीय क्षत्रपों का मंसूबा जरूर टूटेगा, क्योंकि नीतीश कुमार, ममता बनर्जी,शरद पवार और अरविंद केजरीवाल पीएम बनने की रेस में शामिल हो गए थे। राहुल गांधी की गैर मौजूदगी से इन्हीं नेताओं में से किसी नेता को पीएम कैंडिडेट बनाया जा सकता था,लेकिन अब जब राहुल गांधी की वापसी हो गई है तो इन बड़े नेताओं के दिल्ली जाने का सपना भी चकनाचूर हो गया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कांग्रेस को नई संजीवनी मिल गई है। मोदी सरनेम मामले में कोर्ट ने साफ कर दिया है कि जब तक सुनवाई पूरी नहीं हो जाती राहुल गांधी की सजा पर रोक रहेगी। 2024 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई में कांग्रेस को अब बूस्टर डोज मिल गया है। कांग्रेस अब भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 की तैयारी हो रही है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रदेश में पदयात्रा करने वाले हैं। यह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की दूसरी कड़ी होगी। कांग्रेस पार्टी इस यात्रा को राजस्थान के दक्षिणी जिलों से निकालने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि यह यात्रा 15 अगस्त या 2 अक्टूबर से शुरू होने की संभावना है। इस पूरी यात्रा का रूट करीब 34 सौ से 36 सौ किलोमीटर तक लंबा होगा। राजस्थान के कम से कम चार से पांच जिलों के करीब चार सौ किलोमीटर के इलाके से यह यात्रा गुजरेगी। इसके जरिए राहुल आदिवासी मतदाताओं को साधने की कोशिश करेंगे,साथ ही हिंदी पट्टी के राज्यों से भी ये यात्रा गुजरेगी।
साफ है कि राहुल गांधी अब खुलकर अपनी राजनीतिक पारी खेलेंगे और इससे सबसे ज्यादा नुकसान नीतीश कुमार, ममता बनर्जी,केजरीवाल और शरद पवार को उठाना होगा। कांग्रेस अगर एक बार फिर से सशक्त हो गई तो इन क्षेत्रीय क्षत्रपों का सपना चकनाचूर होना तय है।