अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल माने जा रहे एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों को झटका लगा है। बीजेपी को जहां एमसीडी के चुनाव में मेयर और डिप्टी मेयर दोनों पदों पर हुए चुनाव में हार का स्वाद चखना पड़ा तो वहीं इन दोनों ही सीटों पर जीत हासिल करने के बावजूद आम आदमी पार्टी को भी पार्टी पार्षदों के क्रॉस वोटिंग का दंश झेलना पड़ा।
बचे हुए कार्यकाल के दिल्ली मेयर का पद एससी के लिए आरक्षित है।मेयर पद के लिए यहां हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी महेश कुमार खींची विजयी हुए। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के 10 पार्षदों ने बीजेपी को वोट दिया।इस क्रॉस वोटिंग के बावजूद भी आम आदमी पार्टी को जीत मिली।
एमसीडी चुनाव में डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी ने अपना उम्मीदवार वापस ले लिया था, ऐसे में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रवींद्र भारद्वाज इस पद के लिए निर्विरोध चुन लिए गए।
एमसीडी चुनाव में मेयर पद के चुनाव में कुल 265 वोट पड़े। महेश खींची को कुल 135 वोट मिले, लेकिन उनके पक्ष में डाले गए 2 वोट अमान्य घोषित किए गए, जिसके बाद उन्हें 133 मान्य मत मिले।महेश कुमार खींची देव नगर (वार्ड नंबर 84) से पार्षद हैं।बीजेपी के किशन लाल को 130 वोट मिले और आप पार्षद ने तीन वोटों से बाजी मार ली। आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने सदन में जीत का जश्न मनाया।
जीत के बाद मीडिया के साथ खास बातचीत करते हुए नए मेयर महेश खींची ने क्रॉस वोटिंग पर कहा कि जीत तो जीत होती है, चाहे कितने भी नंबर से हो।हमारी प्राथमिकता दिल्ली को बेहतर बनाने की है।काम जारी रहेगा। अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद जिन्होंने मेयर बनने का मौक़ा दिया।
आम आदमी पार्टी को मिली इस जीत पर दिल्ली की सीएम आतिशी ने भी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने कहा कि दलित विरोधी बीजेपी ने षड्यंत्र रचकर मेयर चुनाव में देरी करवाई,लेकिन एक बार फिर बाबा साहेब के संविधान की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के बदौलत दिल्ली को दलित मेयर मिला।मेयर बनने पर महेश कुमार खींची को बधाई! मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में में अरविंद केजरीवाल के काम की राजनीति आगे बढ़ेगी.”
इस जीत पर आम आदमी पार्टी ने अपने अधिकारिक बयान में कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले, आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर से बीजेपी को पटकनी दे दी है।आम आदमी पार्टी के महेश कुमार खिची जी एमसीडी के मेयर चुनाव में जीत हासिल कर दिल्ली के नए मेयर चुन लिए गये हैं। यह जीत सिर्फ़ आम आदमी पार्टी की नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की जीत है।