बिहार सरकार में गृह मंत्री बनाए जाने के बाद सम्राट चौधरी पहली बार बुधवार को दिल्ली दौरे पर पहुंचे,जहां वह बीजेपी अध्यक्ष की तरफ से रखी गई डिनर पार्टी में भी शामिल हुए।इसके बाद गुरुवार को सम्राट चौधरी ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।दोनों नेताओं के बीच राज्य के विकास और कानून-व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। यह मुलाकात कई राजनीतिक संकेतों की वजह से बेहद अहम मानी जा रही है। सम्राट चौधरी बिहार के गृह विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं, ऐसे में दोनों गृह मंत्रियों की यह बैठक और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट तक बेहद ही इत्मीनान से बातचीत हुई। इस दौरान कई संवेदनशील और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह बिहार को लेकर गंभीर रुख अपना चुके हैं। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने सीमांचल में अवैध घुसपैठ का मुद्दा सबसे जोर-शोर से उठाया था।ऐसे में माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान सम्राट चौधरी को केंद्र की ओर से स्पष्ट निर्देश और नई जिम्मेदारियां सौंपी गई होंगी।
यह मुलाकात इसलिए भी खास है क्योंकि लगभग 20 साल बाद बिहार का गृह विभाग जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास से निकलकर बीजेपी को मिला है। इसी बीच बंगाल विधानसभा चुनावों की तैयारी भी शुरू हो चुकी है।बंगाल और बिहार की सीमाएं एक-दूसरे से जुड़ी हैं और दोनों राज्यों की सीमाएं बांग्लादेश से भी सटी हैं।ऐसे में बिहार के गृह मंत्री और देश के गृह मंत्री की मुलाकात के बड़े राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि गृहमंत्री से मुलाकात के बाद बिहार में और भी बड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं।उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम और दिल्ली में सरकार बनने के बाद सरकार ने शुरुआती दिनों में तेजी से कार्रवाई शुरू की थी।अब अमित शाह और सम्राट चौधरी की यह मुलाकात संकेत दे रही है कि बिहार में भी बड़े एक्शन का दौर शुरू होने वाला है।अब देखने वाली बात यह होगी कि शुरुआत ताबड़तोड़ एनकाउंटर से होती है या सीमांचल में बसे घुसपैठियों पर पहली चोट की जाएगी।
