न्यूज़ डेस्क
देश में नाट्य कला और शास्त्र के शीर्ष संस्थान नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, एनएसडी की ओर से आयोजित किया जाने वाला ‘भारत रंग महोत्सव’ इस वर्ष एक से 21 फरवरी तक चलेगा। इसका उद्घाटन समारोह मुंबई में और समापन दिल्ली में होगा।आयोजकों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुये कहा कि 25वें भारत रंग महोत्सव में दिल्ली समेत देश में 15 शहरों में देश-विदेश के 158 से अधिक नाटकों का मंचन किया जायेगा।
एनएसडी के निदेशक चितरंजन त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया कि भारत रंग महोत्सव के दौरान मुंबई, पुणे, भुज, विजयवाडा, जोधपुर, डिब्रूगढ़, भुवनेश्वर, पटना, रामनगर, श्रीनगर, वाराणसी, बेंगलुरु, गंगटोक, अगरतला और दिल्ली में नाटकों के मंचन की तैयारियां की गयी हैं। इस दौरान नाट्य कला से संबंधित विषयों पर कार्यशालायें, परिचर्चाएं और कक्षायें भी आयोजित की जायेंगी।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष भारंगम के लिये ‘वसुधैव कुटुम्बकम- वंदे भारंगम ’ को टैग लाइन बनाया गया है। यह रंगमंच के माध्यम से वैश्विक एकता को बढ़ावा देने , सामाजिक सद्भाव को समृद्ध करने के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा, “ हम रंगमंच के जादू को बढ़ावा देने, विविध ध्वनियों और जन कथाओं को पनपने के लिये एक विशाल मंच प्रदान करने के लिये समर्पित हैं। इस वर्ष का उत्सव न केवल एक मील का पत्थर साबित होगा बल्कि प्रदर्शन कलाओं की परिवर्तनकारी शक्ति में हमारे दृढ़ विश्वास की पुष्टि भी करेगा।”
त्रिपाठी ने बताया कि भारत रंग महोत्सव का उद्घाटन एक फरवरी को मुंबई में नेशनल सेंटर फाॅर द परफार्मिंग आर्ट्स में किया जायेगा। महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस,एनएसडी के अध्यक्ष परेश रावल इसका औपचारिक उद्घाटन करेंगे। महोत्सव का समापन दिल्ली में किया जायेगा।
त्रिपाठी ने बताया कि एनएसडी के छात्र रहे प्रख्यात अभिनेता पंकज त्रिपाठी को महोत्सव का रंग दूत बनाया गया है। वह इसके प्रचार-प्रसार में मदद करेंगे।उन्होंने कहा कि इस आयोजन के दौरान कई समानांतर प्रदर्शनियां,निर्देशक-दर्शक संवाद, चर्चाएं और सेमिनार थियेटर के विभिन्न पहुलओं को उजागर करने, सार्थक बातचीत और अंतर्दृष्टि को बढ़ावा देने में सफल होगा।