Homeदेशमणिपुर में ताजा तनाव के बीच बुलाई गई सेना 

मणिपुर में ताजा तनाव के बीच बुलाई गई सेना 

Published on

न्यूज़ डेस्क 
मणिपुर में आज भी सबकुछ ठीक  नहीं है लेकिन बीजेपी की सरकार चल रही है। कल्पना कीजिये अगर यही हालत देश के किसी अन्य राज्य के भीतर होती तो क्या होता और देश के लोग भी के कुछ कहते। लेकिन सत्ता और सरकार का इकबाल ही कुछ ऐसा है कि मणिपुर की तरफ किसी की नजर ही नहीं जाती है।

मणिपुर आज भी जल रहा है और अब तो सेना की तैनाती कर दी गई है। मणिपुर में मंगलवार को ताजा तनाव बढ़ने पर सेना को बुलाया गया। मेइती संगठन अरामबाई तेंगगोल के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का उनके आवास से कथित तौर पर अपहरण करने के उपरांत असम राइफल्स की चार टुकड़ियों को इंफाल पूर्व में तैनात किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर पुलिस की अभियान शाखा में तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार को पुलिस और सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई के बाद बचा लिया गया।पुलिस अधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

अधिकारियों ने घटना को लेकर कहा कि अरामबाई तेंगगोल के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार शाम सात बजे के आसपास इंफाल पूर्व के वांगखेई में कुमार के घर पर हमला किया।अधिकारियों ने कहा कि इस गोलीबारी का कारण यह था कि संबंधित अधिकारी ने वाहन चोरी में कथित संलिप्तता के लिए समूह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था।गिरफ्तारी के बाद मीरा पैबिस (मेइती महिला समूह) के एक समूह ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और सड़कों को अवरुद्ध कर दिया।

उन्होंने कहा कि मंगलवार शाम को हुए हमले में कथित तौर पर अरामबाई तेंगगोल से जुड़े सशस्त्र कार्यकर्ताओं ने घर में तोड़फोड़ की और गोलियों से कम से कम चार वाहनों को नुकसान पहुंचाया।पुलिस अधिकारी के पिता एम. कुल्ला ने कहा, ”हमने हथियारबंद लोगों के परिसर में घुसने के बाद उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन अचानक उन्होंने वाहनों और संपत्तियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसलिए खुद को बचाने के लिए हमें भागकर अंदर जाना पड़ा।” अधिकारियों के अनुसार, पिता ने अपने बेटे को फोन कर घटना की जानकारी दी।

अधिकारी अपने दल के साथ पहुंचे लेकिन उनका अपहरण कर लिया गया। पुलिसकर्मियों की संख्या कथित तौर पर अपहरण करने वाले लोगों से कम थी जो कथित तौर पर अरामबाई तेंगगोल से संबंधित कार्यकर्ता थे।

मणिपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और एक सफल बचाव अभियान शुरू करने के लिए बलों को साथ लिया। इस प्रयास से कुछ घंटों के भीतर कुमार को सुरक्षित बचा लिया गया। बचाव प्रयासों के बाद हालात बिगड़ गए जिससे राज्य सरकार को सेना की मदद लेनी पड़ी।अधिकारियों ने कहा कि असम राइफल्स की चार टुकड़ियों की मांग की गई और उन्हें उस क्षेत्र के आसपास तैनात किया गया जहां घटना हुई थी। सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम घाटी क्षेत्रों में लागू नहीं है।


Latest articles

बंगाल में अनमैप्ड’ वोटर्स की सुनवाई, तृणमूल सांसद का चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 से पहले स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) पर मचे बवाल...

पहली बार बिना पायलट की मदद के लैंड हुआ हवाई जहाज, इस तकनीक ने सुरक्ष‍ित उतारा

हवाई जहाज को उड़ाने की जिम्‍मेदारी पायलटों की होती है। सोचिए, अगर वो असमर्थ...

अचानक सर्दी-गर्मी से बढ़ सकता है माइग्रेन, डॉक्टर से जानिए इससे बचने का तरीका

अगर मौसम का मिजाज अचानक बदल जाए, जैसे कभी ठंडी हवा तो कभी तेज...

केरल में बीजेपी का कमाल! खत्म हुआ 40 साल का बनवास, वीवी राजेश बने तिरुअनंतपुरम के मेयर

केरल में बीजेपी ने इतिहास रच दिया है।करीब चार दशकों के एलडीएफ शासन को...

More like this

बंगाल में अनमैप्ड’ वोटर्स की सुनवाई, तृणमूल सांसद का चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 से पहले स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) पर मचे बवाल...

पहली बार बिना पायलट की मदद के लैंड हुआ हवाई जहाज, इस तकनीक ने सुरक्ष‍ित उतारा

हवाई जहाज को उड़ाने की जिम्‍मेदारी पायलटों की होती है। सोचिए, अगर वो असमर्थ...

अचानक सर्दी-गर्मी से बढ़ सकता है माइग्रेन, डॉक्टर से जानिए इससे बचने का तरीका

अगर मौसम का मिजाज अचानक बदल जाए, जैसे कभी ठंडी हवा तो कभी तेज...