हममें से कई लोगों को 100% फोन चार्ज रखने की आदत होती है।जब भी घर से बहार जाना हो, तो फाटक से फोन को चार्ज में डाल कर उसे 100% करने के बाद ही बहार निकलते हैं।कुछ लोग तो फोन की बैटरी 50% से थोड़ी भी कम हुई नहीं कि तुरंत उसे फुल चार्ज करने के लिए लगा देते हैं।अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आपको ये आदत तुरंत बदल लेनी चाहिए क्यूंकि ऐसा करने से बैटरी की लाइफ धीरे-धीरे कम होने लगती है।
सही लेवल पर चार्ज करना बहुत जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करते तो कुछ ही महीनों में बैटरी काफी तेजी से खत्म होने लगेगी और फोन की परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ेगा। आइए जानते हैं कि फोन को 100% चार्ज करने से क्या नुकसान हो सकते हैं और हमें फोन चार्ज करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
जब फोन की बैटरी पूरी तरह चार्ज हो जाती है यानी 100% हो जाती है और फिर भी चार्जर फोन से कनेक्टेड रहता है, तो उसके अंदर हीट और लोड बनने लगता है। यही वजह है कि धीरे-धीरे बैटरी की लाइफ कम होने लगती है और बैटरी तेजी से खत्म होने लगती है। यही कारण है कि कई टेक एक्सपर्ट और कंपनियां कहते हैं कि बैटरी को सिर्फ 80% तक ही चार्ज करना बेहतर है, ताकि उस पर ज्यादा लोड न पड़े।
बैटरी की हेल्थ बढ़िया रखने के लिए उसे 20% से 80% के बीच चार्ज करना सबसे सही माना जाता है।इसे ही 20-80 रूल कहते हैं। इस रेंज में चार्ज करने से बैटरी पर ज्यादा लोड नहीं पड़ता और उसका चार्जिंग साइकल भी धीरे-धीरे पूरा होता है।ऐसे में बैटरी ज्यादा समय तक चलती है।
फोन को सही तरीके से चार्ज करना बहुत जरूरी है। फोन की बैटरी सही-सलामत रहे, इसके लिए फोन को रातभर चार्जिंग पर लगाकर न छोड़ें।कोशिश करें कि हमेशा ओरिजिनल चार्जर ही यूज करें। ओरिजिनल चार्जर से चार्ज करने का यह फायदा होता है कि फोन ज्यादा हीट नहीं होता और बैटरी लाइफ भी सही रहती है।
फोन को बार-बार फास्ट चार्जिंग करने से भी बैटरी पर असर पड़ता है।इसलिए कोशिश करें कि इसका यूज तभी करें जब वाकई जल्दी चार्ज करने की जरूरत हो।
