विकास कुमार
लोकसभा चुनाव को लेकर बने ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है। मध्य प्रदेश में सीटों को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच मतभेद बढ़ता जा रहा है। पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में सीटों के तालमेल को लेकर दोनों तरफ से खुलकर बयानबाजी हो रही है। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस उन्हें सीटें देने को तैयार नहीं तो यूपी में सपा बड़े भाई की भूमिका में है। उत्तर प्रदेश में सपा भी कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी। कांग्रेस को ये बताना होगा कि इंडिया राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए ही है या विधानसभा चुनावों के लिए भी है। अगर अभी विधानसभा चुनावों को लेकर गठबंधन नहीं है तो फिर भविष्य में यूपी विधानसभा के चुनाव में भी नहीं होगा।
समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव सीटों को लेकर कांग्रेस पर दबाव बनाया है। अगर इन राज्यों में कांग्रेस सपा को सीटें देने को तैयार नहीं होती है तो फिर यूपी विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। इधर कांग्रेस भी पीछे नहीं है। कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी कह दिया कि उनकी पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। वहीं सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि अगर कांग्रेस भाजपा को हराना चाहती है तो उनका साथ दे।
वहीं सपा की चेतावनी पर कांग्रेस नेता अजय राय ने भी करारा जवाब दिया है। राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी अस्सी लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की तैयारी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता बब्बर शेर है ये 2024 के लोकसभा चुनाव में सबको बता चल जाएगा। राय ने कहा कि कांग्रेस का जनसैलाब सबको बहा ले जाएगा।
साफ है कि अपनी अपनी हिस्सेदारी को लेकर इंडिया गठबंधन में मतभेद खुलकर नजर आने लगा है। अगर जल्द ही इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो इसका नुकसान इंडिया गठबंधन को ही उठाना होगा।