न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सभी गैर बीजेपी दलों को एकजुट होने का आह्वान किया है ।ममता ने कहा है कि अगला चुनाव बदलाव का चुनाव होगा लेकिन इसके लिए सभी दलों को एकजुट होने की जरूरत है । अगर एकजुट हो गए तो बीजेपी की हर निश्चित है । ममता के इस आह्वान को अब विपक्षी एकता की मुहिम को आगे बढ़ाने के रूप में देखा जा रहा है।
सीएम ममता ने अपने तीसरे कार्यकाल के दूसरे वर्षगांठ पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा है कि अब समय आ गया कि हम सब एक होकर बीजेपी से मुकाबला करें।मंगलवार को आगामी लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार को सत्ता से हटाने के लिए देश की सभी गैर-बीजेपी ताकतों से एकजुट होने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि 2024 के चुनावों को परिवर्तन का चुनाव बनाने के लिए सभी विपक्षी ताकतों की एकता की तत्काल जरूरत है।
ममता ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि अगला लोकसभा चुनाव बदलाव के लिए होगा। यदि सभी विपक्षी दल एकजुट हो जाते हैं, तो बीजेपी की हार निश्चित है। देश को बदलाव की जरूरत है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कांग्रेस तृणमूल, कांग्रेस के संयुक्त विपक्षी गठबंधन के ब्लूप्रिंट में है या नहीं।
इसके अलावा ममता ने नोटबंदी और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर को लेकर केंद्र पर तंज भी कसा। ममता ने कहा, क्या ऐसी सरकार किसी और समर्थन की हकदार है? कोई भी शक्ति पूर्ण नहीं है और आम लोगों से बड़ी नहीं है, जिसके पास अंतिम शब्द होगा। इस बार हम हारेंगे नहीं। हम जीतेंगे।
हालांकि, सीपीआई (एम) ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी के खिलाफ विपक्षी ताकतों की एकता के आह्वान पर ममता का मजाक उड़ाया। सीपीआई (एम) केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि विपक्षी एकता के लिए इस तरह का आह्वान मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है क्योंकि उन्होंने भारत के उपराष्ट्रपति के चुनाव के साथ-साथ गोवा और मेघालय के विधानसभा चुनावों में अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद की थी। उन्होंने कहा, तृणमूल कांग्रेस में विश्वसनीयता की कमी है।