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24 साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठेगा गैर गांधी, मतदान आज, खड़गे की जीत तय

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नई दिल्ली: देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए आज मतदान होगा। मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला है। इस चुनाव में पार्टी सदस्यता अभियान के तहत बने तकरीबन 9300 डेलीगेट मतदान करेंगे। जो जिस राज्य से डेलीगेट है, उसे उसी राज्य के कांग्रेस मुख्यालय में जाकर मतदान करना होगा।

24 साल बाद होगा गैर गांधी कांग्रेस अध्यक्ष

कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के चैयरमैन मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि, चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष है। मतदान केंद्रों पर पीआरओ और एपीआरओ की पैनी नज़र रहेगी। कांग्रेस को 24 साल के बाद गैर-गांधी अध्यक्ष मिलना लगभग तय है। आज मतदान के बाद मतपेटियों को दिल्ली लाया जाएगा। फिर 19 को मतगणना होगी और कांग्रेस को नया गैर गांधी अध्यक्ष मिल जाएगा।

19 अक्टूबर को मतगणना होगी

  अध्यक्ष पद के लिए आज सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी। इसमें कांग्रेस डेलिगेट्स वोट कर सकेंगे। कांग्रेस की मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी, AICC महासचिव, राज्य प्रभारी, सचिव और संयुक्त सचिवों के साथ सुबह 24 अकबर रोड यानी कांग्रेस मुख्यालय में वोट डालेंगे। कांग्रेस मुख्यालय के साथ-साथ देशभर में मौजूद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तरों में वोटिंग होगी।

36 पोलिंग स्टेशन, 67 बूथ

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए 36 पोलिंग स्टेशन, 67 बूथ बनाए गये हैं। इसमें से 6 बूथ उत्तर प्रदेश मे होंगे। 200 वोट्रर्स के लिए एक बूथ बनाया गया है। वहीं,’भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल राहुल गांधी समेत करीब 47 लोग कर्नाटक के बेल्लारी में वोटिंग करेंगे। यहां कैंप स्थल पर अलग से बूथ बनाया जाएगा।

खड़गे ‘अघोषित तौर’ पर ‘घोषित उम्मीदवार

कांग्रेस आलाकमान और परिवार की ओर से भले ही किसी के समर्थन की बात नहीं कही गई हो लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे ‘अघोषित तौर’ पर ‘घोषित उम्मीदवार’ हैं। वहीं शशि थरूर जिनको लेकर कहा जा रहा है कि वह ‘ऑफिशियल कैंडिडेट’ नहीं हैं। ऑफिशियल कैंडिडेट जिसे परिवार का समर्थन हासिल है। ऑफिशियल कैंडिडेट बनने की जो योग्यता है उसमें पहला कि वह परिवार का लंबे समय से विश्वासपात्र हो। दूसरा सार्वजनिक तौर पर वह अपने विचार व्यक्त न करता हो और तीसरा उच्च पद पाने के बाद भी लक्ष्मण रेखा पार न करे।

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