न्यूज़ डेस्क
अविश्वास प्रस्ताव पर संसद में बहस जारी है। आज प्रधानमंत्री मोदी भी जवाब देंगे और शाम को वोटिंग भी होगी। लेकिन इसी बीच कई और नेताओं ने मणिपुर पर बहुत कुछ कहा है। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बहुमत की बहुबली आपके पास है, आप इससे जीत सकते हो। लेकिन इस अविश्वास प्रस्ताव में इतनी ताकत है कि इससे हम प्रधानमंत्री को संसद में लाने में कामयाब रहे। हम बार बार यह गुहार लगा रहे थे कि पीएम मोदी सदन में आएं और मणिपुर मुद्दे पर बयान दें। लेकिन, प्रधानमंत्री अड़े रहे और वह सदन में नहीं आए। यही वजह है कि हम अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए।
मणिपुर में हमने देखा कि हमारी मां-बहनों पर हमला हो रहा है। महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया गया। यह सब हमें देखकर महसूस हुआ कि प्रधानमंत्री जी को इस पर बोलना चाहिए था। उन्हें शांति की अपील करनी चाहिए थी। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब राजा अंधा होता है तो ऐसा होता है, धृतराष्ट्र अंधे थे तो द्रौपदी का चीरहरण हुआ। आज भी राजा अंधा बैठा है। जैसे ही अधीर रंजन चौधरी ने यह बयान दिया सदन में बीजेपी सांसदों ने हंगाम खड़ा कर दिया। पीएम मोदी सदन में बैठकर अधीर रंजान का यह बयान भी सुन रहे थे। बीच में ही अमित शाह उठे और उन्होंने अधीर रंजन के इस बयान पर आपत्ति जताई।
अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि हम यहां अपने ‘तुम अभी चुप रहो’ गणतंत्र में सवाल पूछने आए हैं, जहां प्रधानमंत्री एक राज्यपाल से कहते हैं ‘चुप रहो’। इस सदन में निर्वाचित सांसद के रूप में हमसे नियमित रूप से कहा जाता है ‘चुप रहो’। यह प्रस्ताव मणिपुर में इस मौन संहिता को तोड़ने के लिए है। पीएम मोदी हमारी बात नहीं सुनेंगे, आखिरी दिन आकर भाषण देंगे। मुझे नहीं पता कि इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण क्या है, हमारे प्रधानमंत्री ने संसद में आने से इनकार कर दिया या उन्होंने मणिपुर जाने से इनकार कर दिया। महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि किस राज्य में लूटे गए 5 हजार हथियार और लाखों गोलियां।
महुआ मोइत्रा ने कहा, “भारत ने आप (पीएम मोदी) पर विश्वास खो दिया है। सबसे महान लोकतंत्र के प्रधानमंत्री का नई संसद के कक्ष में बहुमत के धार्मिक संतों के सामने झुकने का तमाशा हमें शर्म से भर देता है। चैंपियन पहलवानों के खिलाफ एफआईआर हमें शर्म से भर देती है। हरियाणा के 3 जिलों की 50 पंचायतों द्वारा मुस्लिम व्यापारियों को राज्य में प्रवेश करने से मना करने का पत्र जारी करना हमें शर्म से भर देता है। ‘नफरतों की जंग में अब देखो क्या हो गया, सब्जी हिंदू हुई और बकरा मुसलमान हो गया’। हर कोई पूछता है कि मोदीजी नहीं तो कौन? मणिपुर पर इस निष्क्रियता के बाद, भारत कहेगा, मोदी के अलावा कोई भी।”
संसद में चर्चा : अधीर रंजन चौधरी का बड़ा हमला, बोले- धृतराष्ट्र की तरह आज भी अंधा बैठा है राजा
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