न्यूज डेस्क
यह कोई मामूली घटना नही है।आप जैसी नई पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलना आगामी चुनाव को प्रभावित करेगा। अभी तो कर्नाटक चुनाव में ही आप से कांग्रेस और बीजेपी को सामना करना है लेकिन जब यह पार्टी मध्यप्रदेश ,राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनावी बिगुल फूंकेगी तो बीजेपी और कांग्रेस की परेशानी बढ़ेगी । खबर तो यही है कि आम आदमी पार्टी को चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है। लेकिन कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले यह बड़ा घटनाक्रम है।जानकर मान रहे हैं कि आने वाले समय में आप बड़ा खेल भी कर सकती है । अगर कांग्रेस ने खुद को मजबूत नही किया तो संभव है कि आप कांग्रेस की जगह भी ले सकती है।
चुनाव आयोग ने सोमवार शाम को इसकी घोषणा की। उसने अरविंद केजरीवाल की पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा देने के साथ ही तीन पुरानी पार्टियों का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा रद्द कर दिया है। चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी और सबसे पुरानी कम्युनिस्ट पार्टी सीपीआई का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा समाप्त कर दिया है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए कर्नाटक हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में कहा गया था था कि देरी होने से चुनाव लड़ने की उसकी क्षमता बाधित हो रही है। आप कर्नाटक के संयोजक पृथ्वी रेड्डी की ओर से दायर की गई याचिका में कहा गया था कि पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए सभी मानदंडों को पूरा करती है लेकिन चुनाव आयोग ने यह दर्जा देने से इनकार कर दिया है। इसके बाद हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग को 13 अप्रैल से इस पर फैसला करने को कहा था।
इससे पहले पिछले महीने चुनाव आयोग ने कहा था कि वब शरद पवार की एनसीपी की राष्ट्रीय पार्टी की स्थिति की समीक्षा करेगा। आयोग ने सभी पार्टियों को मिले वोट प्रतिशत का आकलन करने के बाद फैसले का ऐलान किया है। गौरतलब है कि एक राजनीतिक दल को राष्ट्रीय पार्टी के रूप में तभी मान्यता दी जाती है, जब उसके उम्मीदवार लोकसभा या विधानसभा चुनावों में चार या अधिक राज्यों में कम से कम छह फीसदी वोट हासिल करते हैं। या तीन राज्यों में लोकसभा की चार सीटें जीतते हैं।