न्यूज़ डेस्क
18 जुलाई को एनडीए की बड़ी बैठक होने जा रही है। एनडीए के 25 साल भी पुरे हो गए हैं। अब विपक्षी एकता को देखकर बीजेपी भी एनडीए को जगाने को तैयार है। पिछले दस सालों से एनडीए का नामो निशान नहीं था। इस गठबंधन में जो बड़ी पार्टियां थी सब बाहर निकल चुके हैं। अब फिर से इसे सहेजने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी की कांग्रेस के आक्रामक होते तेवर से परेशानी बढ़ रही है लिहजा उसे काउंटर करने के लिए एनडीए को मजबूत करना जरुरी है। बीजेपी की बड़ी चुनौती बिहार ,बंगाल ,महाराष्ट्र और कर्नाटक है। बीजेपी जान रही है कि अगर इन राज्यों में 2019 जैसे परिणाम नहीं आये तो खेल ख़राब हो सकता है।
18 तारीख की बैठक के लिए अब तक 19 राजनीतिक पार्टियों को न्योता भेजा जा चुका है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक को 2024 के चुनाव के पहले शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है। विपक्ष को इस मीटिंग के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश हो रही है कि सिर्फ आप ही अपने कुनबे को नहीं बढ़ा रहें हैं बल्कि हमारी टीम में भी खिलाड़ियों की संख्या कम नहीं है।
बता दें कि 25 साल पहले मई 1998 में एनडीए का गठन हुआ था। बीजेपी के दिग्गज नेता रहे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इसका पहला अध्यक्ष चुना गया था। वर्तमान में बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इसके अध्यक्ष हैं। एनडीए के गठन के बाद से अब तक इसमें करीब 41 राष्ट्रीय या राज्य की पार्टियां सदस्य रह चुकी हैं।
जानकारी के मुताबिक एनडीए की बैठक में जिन दलों को न्योता भेजा गया है उनमे शामिल है – चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास),उपेंद्र कुशवाहा की लोक समता पार्टी ,जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा , संजय निषाद की निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल – निषाद पार्टी,अनुप्रिया पटेल का अपना दल (सोनेलाल),जननायक जनता पार्टी हरियाणा,जनसेना ,पवन कल्याण, आंध्र प्रदेश,अन्नाद्रमुक तमिलनाडु, तमिल मनिला कांग्रेस,इंडिया मक्कल कलवी मुनेत्र कड़गम, झारखंड की आजसू,एनपीपी – कोनरॉड संगमा,नागालैंड की एनडीपीपी , सिक्किम की एसके , जोरमथंगा की मिजो नेशनल फ्रंट , असम गण परिषद ,सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ओमप्रकाश राजभर,शिवसेना (शिंदे ग्रुप),और एनसीपी (अजित पवार ग्रुप)
पार्टी अध्यक्ष नड्डा के सभी सहयोगी दलों पर बैठक में पहुंचने के लिए एक इनविटेशन लेटर भेजा है। जिसमें कई बातों के साथ यह भी लिखा है कि एनडीए सरकार के तहत गरीबों के कल्याण, सांस्कृतिक गौरव की बहाली, आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक देशों के बीच भारत को एक ठोस विश्वसनीय ताकत के रूप में पेश करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
सरकार इंडिया विजन-2047 के साथ आगे बढ़ रही है। बीजेपी इस मीटिंग के जरिए बड़ा शक्ति प्रदर्शन करेगी और वह दिखाएगी कि अगर विपक्ष एकजुट हो रहा है, उनके पास कई पार्टियों का सपोर्ट है तो हम भी एक हैं।