अखिलेश अखिल
कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के आवास पर 18 विपक्षी दलों की बैठक में यह तय हो गया कि बीजेपी लोकतंत्र को ख़त्म कर रही है और इसका मुकाबला सब मिलकर ही कर सकते हैं। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि अगर हम मिलकर लोकतंत्र की हिफाजत नहीं कर पाए तो आने वाली पीढ़ी कभी माफ़ नहीं करेगी। अंत में तय हुआ कि सब मिलाकर मोदी सरकार और बीजेपी के खिलाफ मिलकर अभियान चलाएंगे। सरकार के खिलाफ हम जो भी संभव होगा करेंगे।
बैठक काफी सफल रही। बैठक में आप और टीएमसी दल समेत लगभग सभी दल मौजूद रहे। बैठक में साफ़ हो गया कि राहुल गाँधी के साथ जो भी किया गया है और अडानी मसले पर सरकार का जो रवैया है और जीपीसी मांग पर सरकार जिस तरह से भाग रही है ,सब मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाते रहेंगे। ऐसा नहीं कर पाए तो आने वाले समय में सभी दलों के साथ बीजेपी वही करेगी जो राहुल के साथ हुआ है। अंत में सभी दलों ने सरकार से लड़ने का संकल्प भी लिया। सावरकर के मसले पर उद्धव शिवसेना की नाराजगी सामने आयी। वह बैठक से दूर रही। उन्होंने पहले ही कह दिया था कि हम बैठक में शामिल नहीं होंगे।
काफी देर तक बैठक चलती रही। इसके बाद खड़गे ने ट्वीट किया -एक आदमी को बचाने के लिए मोदी जी 140 करोड़ लोगो के हितों को राउंड रहे हैं। पीएम के परम मित्र की रक्षा के लिए बीजेपी ने लोगों के मुद्दे पर चर्चा करने वाली संसद को ठप कर दिया है। अगर कोई गलती नहीं है ,तो सरकार विपक्ष की जांच की मांग से क्यों कतरा रही है।
इसके बाद जयराम रमेश ने कहा कि सभी विपक्षी एक साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि सभी 18 दलों की सहमति बनी है कि मोदी सरकार के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा। सभी दलों ने कहा है कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र को ख़त्म कर दिया है और सभी संस्थानों को बर्बाद भी कर दिया है।
बड़ी बात यह थी कि खड़गे के घर हुई सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी भी भी उपस्थित रहे। इसके बाद प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी शासन के अंत का समय आ गया है। अब हम सभी विपक्षी एक साथ है और मिलकर सरकार के खेल का मुकाबला करेंगे ताकि लोकतंत्र को बचाया जा सके।