Homeदेशभव्य उद्घाटन के साथ शंघाई सहयोग संगठन फिल्म फेस्टिवल का आगाज 

भव्य उद्घाटन के साथ शंघाई सहयोग संगठन फिल्म फेस्टिवल का आगाज 

Published on


न्यूज़ डेस्क 

मुंबई में शुक्रवार से शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत हो गई। भारतीय सिनेमा के साथ-साथ एससीओ देशों की लोकप्रिय फिल्म हस्तियों की उपस्थिति में, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर एवं केन्द्रीय विदेश कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी  लेखी ने एससीओ फिल्म महोत्सव का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि सुश्री हेमा मालिनी और अक्षय कुमार, टाइगर श्रॉफ, साजिद नाडियाडवाला, ईशा गुप्ता, पूनम ढिल्लों, एली अवराम, ऋषिता भट्ट और जैकी भगनानी जैसी अन्य प्रतिष्ठित फिल्मी हस्तियों का इस अवसर पर सम्मान किया गया।
         एससीओ फिल्म महोत्सव के सात ज्यूरी सदस्य-चीन की फिल्म निर्देशक सुश्री निंग यिंग, कजाकिस्तान के संगीतकार श्री दिमाश कुदाईबर्गेन, किर्गिस्तान की फिल्मकार और फिल्म समीक्षक सुश्री गुलबारा तोलोमुशोवा, रूसी फिल्म निर्माता और पत्रकार इवान कुद्रयावत्सेव, तजाकिस्तान के फिल्म निर्माता अभिनेता और लेखक मेहमदसैद शोहियों; उज्बेकिस्तान के अभिनेता  मत्यकुब सादुल्लायेविच माचानोव और ज्यूरी के अध्यक्ष एवं प्रशंसित भारतीय फिल्मकार राहुल रवैल- को भी सम्मानित किया गया।
        स्वागत भाषण देते हुए, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, “एससीओ फिल्म महोत्सव फिल्मकारों के लिए नेटवर्क, प्रस्तुति, सहयोग और सिनेमा की दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अनुभव के लिए अद्वितीय अवसर और अविश्वसनीय संभावनाएं प्रस्तुत करता है।”
        केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि एससीओ फिल्म महोत्सव का आयोजन, एससीओ में भारत की अध्यक्षता को रेखांकित करने के लिए किया जा रहा है और महोत्सव के आयोजन का लक्ष्य, एससीओ क्षेत्र की फिल्मों की विविधता और फिल्म निर्माण की विभिन्न शैलियों को प्रदर्शित करना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य सिनेमाई साझेदारी करना, कार्यक्रमों का आदान-प्रदान करना, युवा फिल्म निर्माण प्रतिभाओं को सहयोग देना और इस अनूठे क्षेत्र की संस्कृतियों के बीच एक सेतु के रूप में काम करना है।”
         केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, सिनेमा की कला को एकजुट करने और बढ़ावा देने तथा  सिनेमाई साझेदारी करने की भावना के साथ, एससीओ और एनएफडीसी का उद्देश्य एससीओ फिल्म महोत्सव को भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समुदाय, नवोदित फिल्मकारों और एससीओ क्षेत्र के सिने-प्रेमियों के लिए एक सामूहिक सिनेमाई अनुभव प्रदान करना है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने आगे बताया कि नेटवर्किंग में तेजी लाना और भारतीय सिनेमा को आगे बढ़ाना, एससीओ फिल्म महोत्सव के मूल में है। उन्होंने कहा, “एससीओ की भारत की अध्यक्षता में, यह महोत्सव असंख्य जीवंत संस्कृतियों, सौंदर्य संवेदनाओं के प्रदर्शन और सिनेमाई उत्कृष्टता का एक अवसर सिद्ध होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस प्लेटफार्म का उपयोग समकालीन समय की आवश्यक चिंताओं पर विचार-विमर्श करने और उस पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए करना चाहिए ताकि वे सिनेमा के माध्यम से वर्तमान सदी और हमारे लोगों की वास्तविकताओं को सटीक रूप से प्रतिबिंबित कर सकें।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “एससीओ क्षेत्र विविध सभ्यताओं और कला तथा संस्कृति की समृद्ध परंपराओं का संगम है। यह एससीओ देशों में निर्मित सिनेमा में परिलक्षित होता है, जिनकी विश्व स्तर पर सराहना की जाती है और पुरस्कार दिए जाते हैं। उन्होंने एससीओ सदस्यों से आग्रह किया, “हमें एकजुट होना चाहिए और ऐसी फिल्मों का सह-निर्माण करना चाहिए जो हमारी सभ्यता, संस्कृति और सहयोग को दर्शाती हों।”
       केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने याद किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में मुंबई में भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय के उद्घाटन के अवसर पर कहा था, फिल्में और समाज एक दूसरे के प्रतिबिंब हैं। जो फिल्मों में दिखता है, वो समाज में हो रहा है और जो समाज में हो रहा है, वही फिल्मों में दिखता है।
       सिनेमा के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा, सिनेमा किसी देश की समृद्ध संस्कृति, विरासत, आशाओं और सपनों, आकांक्षाओं, महत्वाकांक्षाओं व बदलाव के दौर में देश की कालातीत कहानियों को बेहतर रूप में प्रस्तुत करता है। उन्होंने आगे कहा, “सिनेमा वास्तव में समुदायों, संस्कृतियों, विरोधाभासों के मूल भाव को दिखाता है और विभिन्न सिनेमाई तरीकों से हमारे सामूहिक विवेक को दर्शाता है।”
        बता दें कि सिर्फ एक सदी में भारतीय सिनेमा ने सीमाओं को पार किया है। उसे न केवल एक कला के रूप में देखा जाता है बल्कि वो दुनिया भर में लोगों व संस्कृतियों को जोड़ने और प्रभावित करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। ये टिप्पणी करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा, “हम भारत को दुनिया का कंटेंट और पोस्ट-प्रोडक्शन हब बनाने की तैयारी में है जिसे हमारे फिल्ममेकिंग की शानदार प्रतिभाओं के जुनून और कौशल से ऊर्जा मिल रही है!” उन्होंने कहा, “हम दुनिया में सबसे ज्यादा फ़िल्में बनाते हैं और लगातार अपडेट व इनोवेट कर रहे हैं और दुनिया की कुछ सबसे पसंदीदा फिल्मों के लिए हम एनिमेशन-वीएफएक्स का पसंदीदा विकल्प हैं और इसमें इजाफा होता जा रहा है।”

Latest articles

संसद में संविधान के मुद्दे पर पीएम मोदी और राहुल गांधी आमने – सामने

इस समय संसद की शीतकालीन सत्र में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। भिन्न-भिन्न...

बॉलरों के जज्बे पर भारत के बैटरों ने फेरा पानी

भारत के शीर्ष क्रम बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन की वजह से ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड...

ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन को लीड करने की बात पर इंडिया गठबंधन में तकरार

लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी और एनडीए गठबंधन...

संभल नहीं जा सके राहुल-प्रियंका, प्रशासन ने रोका, लौट रहे दिल्ली

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बुधवार सुबह संभल जाने के लिए निकले...

More like this

संसद में संविधान के मुद्दे पर पीएम मोदी और राहुल गांधी आमने – सामने

इस समय संसद की शीतकालीन सत्र में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। भिन्न-भिन्न...

बॉलरों के जज्बे पर भारत के बैटरों ने फेरा पानी

भारत के शीर्ष क्रम बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन की वजह से ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड...

ममता बनर्जी द्वारा इंडिया गठबंधन को लीड करने की बात पर इंडिया गठबंधन में तकरार

लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी और एनडीए गठबंधन...