इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया बेकेनहम में जमकर तैयारी कर रही है।इस अहम सीरीज से पहले ओपनर यशस्वी जायसवाल का फॉर्म चिंता का कारण बना हुआ है।इंग्लैंड लायंस के खिलाफ खेले गए प्रैक्टिस मैचों में यशस्वी के बल्ले से ज्यादा रन नहीं निकले। पिछली चार वार्मअप पारियों में उन्होंने केवल 24, 64, 17 और 5 ही रन बनाए है। ऐसे में प्लेइंग 11 में उनके चयन पर सवाल खड़े होने लगे हैं, खासकर जब टीम में मजबूत विकल्प मौजूद हैं।गौतम गंभीर ने भी उनकी बल्लेबाजी को लेकर उनसे खास बातचीत की है।
टीम इंडिया के लिए ये सीरीज कई मायनों में खास है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और आर अश्विन जैसे दिग्गजों के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद यह पहली टेस्ट सीरीज है। ऐसे में युवाओं को खुद को साबित करने का सुनहरा मौका मिलेगा, लेकिन यशस्वी की खराब शुरुआत से टीम पर भी असर देखने को मिल सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने इंग्लैंड में चल रहे ट्रेनिंग सेशन के दौरान यशस्वी की बल्लेबाजी को लेकर लंबी और गंभीर बातचीत की है।रेवस्पोर्ट्ज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गंभीर को जायसवाल के साथ अलग से बैटिंग और माइंडसेट को लेकर बात करते हुए देखा गया।माना जा रहा है कि यह चर्चा तकनीकी गलतियों को सुधारने और जायसवाल की मानसिक मजबूती को लेकर थी।
टीम इंडिया शुक्रवार से इंडिया ए के खिलाफ एक इंट्रा-स्क्वाड प्रैक्टिस मैच खेलेगी, जो मुख्य सीरीज से पहले खिलाड़ियों को परखने का आखिरी मौका होगा। ऐसे में यशस्वी के पास खुद को साबित करने और प्लेइंग 11 में अपनी जगह पक्की करने का यही एक बड़ा मौका बचा है।
यशस्वी जायसवाल को अब टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए अन्य खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। इंडिया ए के कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन ने प्रैक्टिस मैचों में लगातार दो अर्धशतक जड़कर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा है।वहीं केएल राहुल ने इंडिया ए के खिलाफ खेले गए एक मैच में एक शतक और एक अर्धशतक जड़कर टीम में अपनी दावेदारी और मजबूत की है।
हालांकि यशस्वी ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछली घरेलू टेस्ट सीरीज में दमदार प्रदर्शन करते हुए 712 रन बनाए थे। उन्होंने इस सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ दो शतक और तीन अर्धशतक जमाए थे।इसी प्रदर्शन के दम पर उन्हें टीम में बतौर ओपनर पहली पसंद माना जा रहा था, लेकिन इंग्लैंड की पिचों पर उनका संघर्ष फिलहाल जारी है।
अगर यशस्वी अगले प्रैक्टिस मैच में भी फ्लॉप रहते हैं तो उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर भी बैठाया जा सकता है,क्योंकि इंग्लैंड जैसे कठिन दौरे पर टीम इंडिया कोई जोखिम नहीं लेना चाहती।