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जातिगत जनगणना पर पहली बार बोले सीएम योगी, केशव प्रसाद मौर्य के समर्थन वाले बयान पर भी दिया जवाब

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Birendr Kumar jha

उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों के दौरान राज्य में जातिगत जनगणना (Caste Census) कराने की मांग तेज होने लगी है। खास तौर पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जोर शोर से इसकी मांग रखी है। बातों बात में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने भी इस मांग का समर्थन किया है।अब जातिगत जनगणना की मांग पर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की पहली प्रतिक्रिया सामनेआई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जब जातिगत जनगणना पर सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना पर काम, राज्य सरकार नहीं कराती है। यह काम जनगणना आयोग कराता है।जनगणना आयोग की जो भी गाइड लाइन होगी,उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार उनके हिसाब से चलेगी ।राज्य सरकार उसी आधार पर अपने काम को आगे बढ़ाएगी।

केशव प्रसाद मौर्य के जातिगत जनगणना वाले बयान पर योगी की प्रतिक्रिया।

योगी आदित्यनाथ से जब पूछा गया कि क्या आप केशव प्रसाद मौर्य के समान जातिगत जनगणना समर्थन में हैं या नहीं ? तब मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी भारत सरकार और जनगणना आयोग तय करेगा, हम उसके साथ में हैं ।साथ ही केशव प्रसाद मौर्य द्वारा जातिगत जनगणना का समर्थन करने पर जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल हुआ,तब उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य जा बयान किस संदर्भ में है, मेरी इसपर उनसे कोई चर्चा नहीं हुई है।

केशव प्रसाद मौर्य का जातिगत जनगणना वाला बयान

दरसल कुछ दिनों से समाजवादी (SP )प्रमुख अखिलेश यादव इन दिनों राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश में जातिगत जनगणना की में कर रहे हैं ।तब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि मेरा सवाल उन लोगों से है जो इस समय जातिगत जनगणना की लेकर हायतौबा मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम भी इसके समर्थन में हैं, इसके विरोध में नहीं हैं।मैं जातिगत जनगणना के विरोध में नहीं हूं, बल्कि समर्थन में ही हूं। जातिगत जनगणना होनी चाहिए, इसमें कोई गलत नहीं है।

अखिलेश यादव जोरशोर से उत्तरप्रदेश में जातिगत जनगणना की उठा रहे मांग।

जातिगत जनगणना की लेकर अखिलेश यादव ने बीते दिनों कहा था कि जातिगत जनगणना कोई आज की मांग नहीं है। अंग्रेजों ने किसी जमाने में इस पर समझौता किया था। पिछड़े लोगों को संविधान के अधिकार तभी मिल सकते हैं जब जातिजनगणना से उनकी स्थिति का सही पता होगा। समाजवादियों का मानना है कि जाति जनगणना होनी चाहिए। हमारी सरकार जैसे ही बनेगी हम जाति जनगणना कराएंगे।

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