बीरेंद्र कुमार झा
भूकंप के ये झटके एक या दो नहीं बल्कि चार बार आए थे। इस भूकंप का केंद्र नेपाल बताया गया है।। नेपाल से आई तस्वीरों में नजर आ रहा है कि यहां घरों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है।नेपाल के बदायूं जिला में भूकंप का केंद्र था।
हर भूकंप पहले से ज्यादा खतरनाक
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक मंगलवार को भूकंप का पहला झटका सुबह 11:6 बजे, दूसरा दोपहर 11:18 बजे, 1:18 पर तीसरा 2:25 पर और चौथा 2:51मिनट पर आया था। पहले भूकंप का केंद्र हरियाणा का सोनीपत था और उसकी तीव्रता 2.7 थी, दूसरा भूकंप का केंद्र असम के कार्वी आंगलोंग था और उसकी तीव्रता 3. 3 थी। तीसरे भूकंप की तीव्रता 4.6रही।और सबसे खतरनाक चौथे भूकंप की तीव्रता 6.2 थी।
नेपाल में असर
दो भूकंप का केंद्र नेपाल का बझांग जिला बताया गया है। बझांग में पहला भूकंप 5.23 तीव्रता वाला था जो 2:45 पर आया था, उसके बाद दूसरा झटका 3:06 पर आया।इसका केंद्र बझांग के ही चैनपुर में था। इस भूकंप की तीव्रता 6.2 थी।बझांग जिला में आते भूकंप के झटकों का असर उत्तराखंड से दिल्ली तक नजर आया।बझांग जिला काठमांडू से गरीब 450 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका असर नेपाल के कई अन्य जिलों कैनाली कंचनपुर और लुंबिनी तक दिखा ।
भारत में जान माल का नुकसान नहीं
गौरतलब है कि भारत में दिल्ली एनसीआर समेत चंडीगढ़ जयपुर और लखनऊ आदि जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। उत्तराखंड में देहरादून हरिद्वार सहित अनेक स्थानों पर भूकंप का असर रहा।इसके बाद अपने ऑफिस और ऊंची बिल्डिंग में मौजूद लोग तत्काल नीचे उतर आए।लोगों में काफी ज्यादा दहसत था, ऐसे लोगों जल्दी वापस लौटने से कतराते रहे। हालांकि भारत में कहीं से भी जान मlñ के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।