विकास कुमार
भारत में मोटापे की समस्या विकराल होती जा रही है,क्षेत्र और आबादी के हिसाब से देखें तो शहरी इलाक़ो में ग्रामीण इलाक़ो की तुलना में मोटापे की समस्या 30 से 50 फीसदी तक ज्यादा है। सर्वे बताते हैं कि गांवों में पांच फीसदी और शहरों में बीस फीसदी लोग इसकी चपेट में हैं। डब्लूएचओ के मुताबिक़, 1975 के बाद से दुनिया में मोटापा तीन गुना बढ़ा है। इंडियन जनरल कम्युनिटी मेडिसन के मुताबिक, सिर्फ भारत में ही एक सौ 35 मिलियन लोग मोटापे का शिकार हैं।
भारतीय लोगों में मोटापे को लेकर जागरूकता फैलाना आसान काम नहीं है क्योंकि देश में फ़ास्ट फ़ूड को खूब पसंद किया जाता है। टीवी और अख़बारों में जंक फ़ूड के विज्ञापनों की भरमार होती है साथ ही हेल्दी डाइट के बारे में लोगों में जागरूकता की कमी है। सही खान-पान नहीं होने से भारतीयों में मोटापे की समस्या बढ़ रही है।
मोटापे से डायबिटीज,हाई बीपी,कॉलेस्ट्रोल, हार्ट डिजीज और फैटी लीवर की समस्या पैदा हो जाती है। मोटापा से डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। हमारे शरीर में जितनी ज़्यादा वसा होती है, शरीर को इन्सुलिन बनाने में उतनी ही ज़्यादा परेशानी होती है और ऐसा तब देखा जाता है, जब पेट के आस-पास लिवर और पेनक्रेअटिक मे फैट जमा हो जाता है। आसान भाषा में कहें, तो लिवर में, थोड़ी सी भी चर्बी बढ़ने से डायबिटीज की आशंका बढ़ जाती है। भारत में डायबिटीज के लेकर लैंसेट के हालिया शोध के आंकड़े डराने वाले हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की 10 करोड़ से ज्यादा आबादी डायबिटीज से ग्रसित है और 13 करोड़ 60 लाख लोग प्री-डायबिटीज हैं। प्री-डायबिटीज ऐसी स्थिति को कहते हैं जिसमें भविष्य में डायबिटीज होने की आशंका बेहद ज्यादा होती है। यह हालत किसी टाइम बम जैसी है। अगर आप प्री-डायबिटीज हैं तो आपको डायबिटीज होने की आशंका बेहद ज्यादा है। प्री-डायबिटीज वाले 60 फीसदी लोगों में अगले पांच सालों में ये बीमारी हो ही जाती है।
मोटापे की समस्या को दूर करने के लिए गंभीर कदम उठाना होगा। ब्राज़ील यूनिवर्सल फ़ूड लेबलिंग जैसे साधारण उपाय के ज़रिए अपने देश में मोटापे पर क़ाबू करने में सफल रहा है। परेशानी ये है कि इस तरह के उपाय धीरे-धीरे परिणाम देते हैं। आप इनसे एक दो साल में बदलाव की उम्मीद नहीं कर सकते। इस तरह की योजनाओं को पूरा होने के लिए कम से कम दस साल का समय चाहिए। अगर आप मोटापे से निजात पाना चाहते हैं,तो आपको अपनी जीवन शैली को अनुशासित करना होगा और यह तभी हो सकता है, जब आप जीवन भर इसका पालन करें। इसके लिए आपको अपने शरीर का बॉडी मास इंडेक्स मेंटेन करना होगा। अगर आप ये करने में कामयाब हो जाते हैं, तो यक़ीन मानिए, आप मोटापे को मात दे देंगे।