अखिलेश अखिल
कांग्रेस के वरिष्ठ और युवा नेता क्या पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जायेंगे ? इस तरह के कयास अब लगने लगे हैं। आप पार्टी के कई नेता सचिन के संपर्क में है। कहा जा रहा है कि आप वालों ने उन्हे सीएम उम्मीदवार बनाने की बात भी कह दी है। तो क्या सचिन कांग्रेस को छोड़ेंगे ?
राजनीति में जब कोई किसी का नही होता तो फिर सचिन पायलट से इस बात की अपेक्षा क्यों की जानी चाहिए कि वह कांग्रेस के साथ जुड़े भी रहे और गहलोत की शर्तो पर काम करें। पिछले कुछ सालों से सचिन पायलट राज्य की राजनीति में बड़ा पद चाहते रहे लेकिन उन्हें सिर आश्वासन हो दिए गए। अब लगता है सचिन पूरी तरह से तैयार होकर गहलोत सरकार के खिलाफ आज अनशन करने का रहे हैं। उनका मुद्दा है कि पिछली वसुंधरा सरकार के खिलाफ जो भ्रष्टाचार हुए थे इसकी जांच अभी तक गहलोत सरकार ने क्यों नही की ? बता दें कि इसी मुद्दे पर गहलोत सरकार बनी थी।कांग्रेस को जीत हुई थी। इस जीत में सचिन का भी बड़ा योगदान था।
आज से सचिन पायलट भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठने को तैयार हैं। पूरी कांग्रेस में खलबली है और गहलोत भी परेशान हैं। पार्टी ने सचिन को रोकने का हर संभव प्रयास भी किया है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि अगर सचिन अनशन करते हैं तो इसे पार्टी के खिलाफ उनका कदम माना जायेगा और संभव है कि पार्टी को फिर कोई बड़ा कदम उनके खिलाफ उठाना पड़ेगा। लेकिन सचिन अभी तक अड़े हुए हैं। जयपुर के शहीद स्मारक पर आज 11 बजे से सचिन का अनशन होना है। यह अनशन एक दिन का ही है लेकिन दिल्ली से जयपुर तक कांग्रेस के भीतर कोहराम है।
खबर के मुताबिक इस अनशन में सचिन के समर्थक विधायकों के भी शामिल होने की खबर है साथ ही बड़ी संख्या में आधा दर्जन जिलों के इनके समर्थक भी पहुंच सकते हैं ।
सचिन के अनशन को लेकर राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने एक बयान जारी किया है। रंधावा ने कहा है कि सचिन को पार्टी के भीतर ही किसी मसले को सुलझाना चाहिए। रंधावा ने यह भी कहा कि सचिन पार्टी के बड़े चेहरा है और संपत्ति। वे कोई भी ऐसा कदम नही उठाएंगे जिससे पार्टी को कोई एक्शन लेना पड़ जाए।
सचिन को लेकर राहुल गांधी और प्रियंका भी काफी डर गए हैं। अभी तक इन्ही नेताओं के कहने से सचिन चुप बैठे थे। लेकिन अब सचिन को लगता है कि अगर अब चुप रहे तो भविष्य खराब हो सकता है। जानकर मानते है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन तो एक बहाना है। आगामी राजस्थान चुनाव में जिस तरह से गहलोत उन्हे दरकिनार कर रहे हैं उससे सचिन ज्यादा आहत हैं। और यही वजह है कि कई पार्टियां अब सचिन के संपर्क में आ गई है।
बीजेपी तो पहले से सचिन के संपर्क में है लेकिन इधर कुछ समय से केजरीवाल की पार्टी भी सचिन से संपर्क बनाए हुए है। खबर के मुताबिक सचिन को आप पार्टी ने कहा है कि वी आप के सीएम उम्मीदवार तक हो सकते हैं। इसके साथ ही कई और पार्टियों ने भी सचिन के लिए अपने हाथ को आगे बढ़ाया है।
उधर आरएलपी नेता हनुमान बेनीवाल और सांसद किरोड़ीमल मीणा ने भी सचिन को कांग्रेस छोड़ किसी और झंडा को थामने की बात कही है।
ऐसे में साफ हो गया है कि अगर सचिन अपना अनशन आज जारी रखते है तो कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। सचिन के बारे में सबसे ज्यादा यही अनुमान लगाया जा रहा है कि वी आप के साथ जा सकते है और ऐसा हुआ तो कांग्रेस और गहलोत की राजनीति पर इसका बड़ा असर पड़ेगा।