विकास कुमार
क्या आपने सपने में भी ये सोचा होगा कि बीजेपी के सांसद बिस्मिल्लाह रहमान रहीम कहेंगे। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी सांसद हंसराज हंस के मुंह से ये सुनकर मुस्लिम समाज भी पेशोपेश में पड़ गया है। दिल्ली में आयोजित सूफी संवाद महाअभियान में बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने बिस्मिल्लाह रहमान रहीम कहने में भी संकोच नहीं किया.। दरअसल बीजेपी ने अब मुस्लिम समुदाय के साथ रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने की योजना बनाई है। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव तक मुस्लिमों में भी पैठ बनाने की रणनीति को धार दिया जा रहा है।
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे ने शुरू किया सूफी संवाद अभियान
इसके लिए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे ने एक साल तक चलने वाला सूफी संवाद अभियान की शुरूआत की है। सूफी संवाद अभियान में उत्तर प्रदेश,बिहार,पश्चिम बंगाल,केरल और तेलंगाना को खास जगह दी गई है। इन राज्यों के मुस्लिम बहुल इलाकों में बीजेपी के नेता सूफी संवाद अभियान चलाएंगे। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े डेढ़ सौ गैर राजनीतिक लोगों का दल बनाया गया है। इस टीम को मुस्लिम बहुल इलाकों में जाकर संपर्क और संवाद कायम करना होगा। इस दौरान मोदी सरकार की अल्पसंख्यकों से जुड़ी योजनाओं का प्रचार किया जाएगा।
दारुल उलूम देवबंद ने कहा पहले नीयत करें साफ
वहीं बीजेपी की इस पहल पर दारुल उलूम देवबंद की भी प्रतिक्रिया आई है। दारुल उलूम के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निज़ामी ने कहा कि मुस्लिम समाज किसी से नफरत नहीं करता है। लेकिन जो लोग मुसलमानों के करीब आने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें अपनी नियत साफ करने की जरुरत है।
मुस्लिमों को मुख्य धारा में लाने की जरुरत है। अगर बीजेपी के नेता जहरीले बयान देना बंद कर दें। तो इससे मुस्लिम समाज के साथ ही देश का भी भला होगा। हालांकि वक्त ही बताएगा कि बीजेपी का ये दांव कितना सफल हो पाएगा।