जी-20 देशों के यात्री अब यूपीआई के जरिये पेमेंट कर सकेंगे. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि जी-20 देशों से आने वाले यात्री बेंगलुरु, मुंबई और नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर यूपीआई से जुड़े ‘प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट वॉलेट’ हासिल कर सकते हैं और इसके जरिये भारत में पांच करोड़ से ज्यादा दुकानों पर इसका पेमेंट में इस्तेमाल कर सकते हैं.
फरवरी की शुरुआत में आरबीआई ने दी थी मंजूरी
आरबीआई ने इस महीने (फरवरी 2023) की शुरुआत में भारत आने वाले विदेशी नागरिकों और प्रवासी भारतीयों को भारत आने पर यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) का इस्तेमाल करने की अनुमति देने का फैसला किया था. केंद्रीय बैंक ने कहा था कि इसकी शुरुआत चुनिंदा हवाईअड्डों (बेंगलुरु, मुंबई और नयी दिल्ली) पर आने वाले जी-20 देशों के यात्रियों से की जाएगी. पात्र यात्रियों को दुकानों पर पेमेंट करने के लिये यूपीआई से जुड़े प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) वॉलेट जारी किये जाएंगे. आरबीआई ने कहा, “जी20 देशों के प्रतिनिधि भी विभिन्न बैठक स्थलों पर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.”
किन बैंकों के वॉलेट किए जाएंगे जारी
शुरू में, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और दो गैर-बैंक पीपीआई जारीकर्ता, पाइन लैब्स प्राइवेट लिमिटेड और ट्रांसकॉर्प इंटरनेशनल लिमिटेड यूपीआई से जुड़े वॉलेट जारी करेंगे. आरबीआई ने कहा, “भारत आने वाले यात्री अब पूरे देश में पांच करोड़ से अधिक उन दुकानों पर यूपीआई के जरिये पेमेंट कर सकते हैं, जो क्यूआर कोड-आधारित यूपीआई पेमेंट स्वीकार करते हैं.”
जी-20 में कौन-कौन से देश हैं शामिल
जी-20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.
जनवरी में यूपीआई बेस्ड ट्रांजेक्शन 13 लाख करोड़ रुपये का रहा
आरबीआई ने जानकारी दी है कि यूपीआई के जरिये लेन-देन जनवरी में मासिक आधार पर 1.3 फीसदी बढ़कर 13 लाख करोड़ रुपये रहा