न्यूज डेस्क
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने कसरत शुरू कर दी है। यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। आज सुबह सात बजे से ऑनलाइन व ऑन कॉल माध्यमों से पंजीकरण प्रारंभ कर दिया गया है। प्रथम चरण में केदारनाथ और बद्रीनाथ धामों के लिए पंजीकरण किए जाएंगे। गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खलने की अधिकृत सूचना मिलने के बाद वहां के लिए पंजीकरण शुरू किए जाएंगे। उधर चारों धामों में दर्शन मद्देनजर वहन क्षमता का निर्धारण कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। चारधाम यात्रा के लिए प्रथम चरण में केदारनाथ व बद्रीनाथ के लिए प्रतिदिन क्रमश: नौ हजार व दस हजार पंजीकरण किए जाएंगे। इन धामों में यात्रा के दौरान वहन क्षमता केदारनाथ में 15000 व बद्रीनाथ में 18000 यात्री निर्धारित की गयी है।
चारों धामों में खुलेंगे पंजीकरण सत्यापन केंद्र
चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होनी है। इसे देखते हुए चारों धामों में पजींकरण सत्यापन एवं यात्रा नियंत्रण केंद्र खोले जाएंगे। यमुनोत्री धाम के लिए दोबाटा,गंगोत्री के लिए हीना,केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग और बद्रीनाथ के लिए पांडुकेश्वर में ये केंद्र खुलेंगे। इससे यात्रियों की रीयल टाइम डाटा मिलने की सुविधा प्राप्त होगी।
धामों में दर्शन के लिए होगी टोकन व्यवस्था
यात्रियों के धामों में पहुचते ही उनके पंजीकरण प्रपत्र में बने बारकोड के आधार पर कियोस्क मशीन से उन्हें दर्शने के लिए टोकन दिये जाएंगे।