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अडानी समूह की कथित गड़बड़ियों को उजागर करने वाली अमेरिकी फर्म हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट आज इस रिपोर्ट पर सुनवाई करने को तैयार है। इस मामले को लेकर वकील विशाल तिवारी ने पिछले दिनों एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में डाली थी जिसमे तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कही थी। आज सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुनवाई कर आगे क्या कुछ संभव हो सकता है उस पर अपनी राय रखेगा।
बता दे कि पिछले 24 जनवरी को हिंडेनबर्ग ने भारतीय कंपनी अडानी समूह के बारे में एक लम्बा चौड़ा शोध पात्र जारी किया था जिसमे अडानी समूह के बारे बहुत सी बाते कही गई थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अडानी समूह द्वारा शेयर बाजार में धोखाधड़ी करने से लेकर धन शोधन करने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अडानी समूह की कई शेल कंपनियां काम करती है जो गलत तरीके से अडानी समूह को आगे बढ़ाने का काम करती है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी समूह के शेयर भाव में काफी गिरावट हुई। अडानी समूह लगातार नीचे खिसकता चला गया। दुनिया के धनी व्यक्तियों में शुमार अडानी काफी नीचे खिसकते चले चले गए।
अडानी समूह के इस गिरावट के बाद देश के भीतर राजनीतिक उफान खड़ा हो गया। पक्ष और विपक्ष में तलवारे खींची हुई है। विपक्ष लगातार संसद में इस मसले पर बहस की मांग कर रहा है और इसके साथ ही ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी यानी जेपीसी से जांच कराने की मांग कर रहा है लेकिन सरकार ऐसा कुछ भी करने से मना कर रहा है। आलम ये है कि इस मसले को लेकर लगातार संसद सत्र भी बाधित है।
हालांकि प्रधानमंत्री ने लोकसभा और राज्य सभा में अपनी बात राष्ट्रपति अभिभाषण पर कह चुके हैं लेकिन अडानी समूह के बारे में वे खुछ भी कहने से बचते रहे हैं। उधर विपक्ष लगातार मोदी अडानी भाई -भाई के नारे लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका के साथ ही कई और याचिकाएं भी डाली गई है। संभव है कि सुप्रीम कोर्ट सभी याचिकाओं को एक साथ क्लब करके आगे की सुनवाई जारी रखे।