आजकल के लैपटॉप्स इतनी स्मार्ट टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं कि वो बैटरी से पूरा-पूरा फायदा उठा लेते हैं।लेकिन जितना भी एडवांस इंजीनियरिंग कर ली जाए, हमारे इस्तेमाल करने के तरीकों से उन्हें बचाना मुश्किल है। हम अक्सर ‘बैटरी
डिग्रेडेशन’ यानी बैटरी खराब होने की बात ऐसे करते हैं जैसे ये कोई अदृश्य समस्या हो, जबकि असल में ऐसा नहीं है।
धीरे-धीरे हमारी छोटी-छोटी गलतियां बैटरी की हेल्थ को कमजोर करती जाती हैं।ऐसे में अगर आपको लगने लगा है कि आपके लैपटॉप की बैटरी पहले जितनी देर नहीं चल रही, तो इसकी वजह शायद आपकी रोजमर्रा की कुछ आदतें ही हैं जो चुपचाप बैटरी लाइफ घटा रही हैं। आइए जानते हैं इन्हें।
पहली गलत आदत है बिस्तर, सोफे या कंबल पर रखकर लैपटॉप यूज करना।कई लोगों की आदत होती है अपने लैपटॉप को बिस्तर, सोफे या कंबल पर रख कर यूज करते हैं।लेकिन ऐसा करना सही नहीं है, क्योंकि ऐसे नरम सतहों पर लैपटॉप रखने से हवा का रास्ता बंद हो जाता है और सिस्टम जरूरत से जायदा गर्म चलने लगता है।अगर आपका लैपटॉप नीचे से या कीबोर्ड के पास से हाथ सेकने जितना गर्म महसूस हो रहा है, तो समझ जाइए कि उसकी बैटरी पर असर पड़ रहा है।
ऐसे में लैपटॉप को थोड़ा ऊंचा रखिए या फिर किसी सॉलिड टेबल पर इस्तेमाल कीजिए ताकि नीचे से हवा पास हो सके।चाहें तो आप एक कूलिंग पैड या लैपटॉप कूलर भी ले सकते हैं और समय-समय पर वेंट्स और फैन की सफाई करते रहें।
लैपटॉप को हमेशा 100% चार्ज पर रखना दूसरी बड़ी गलत आदत है।
कई लोग सोचते हैं कि लैपटॉप को हर वक्त चार्जिंग पर लगाए रखना सही है, लेकिन यही आदत धीरे-धीरे बैटरी को कमजोर करती है।आजकल ज्यादातर लैपटॉप्स में लिथियम-आयन या लिथियम-पॉलीमर बैटरियां होती हैं, जिनमें पुरानी ‘मेमोरी इफेक्ट’ वाली दिक्कत नहीं होती, लेकिन अगर इन्हें लगातार 100% चार्ज पर रखा जाए, तो बैटरी की हेल्थ तेजी से गिरती है।
गेम्स खेलते समय चार्जर यूज न करना तीसरी बड़ी गलती है।
अगर आप बिना चार्जर लगाए अपने लैपटॉप पर गेम्स खेलते हैं, तो ये आदत जरूर बदल दें।ऐसा करने से लैपटॉप की बैटरी पर बुरा असर पड़ सकता है।भारी गेम्स या 3D ग्राफिक्स वाले काम बैटरी को बहुत तेजी से डिस्चार्ज कर देते हैं और साथ ही लैपटॉप को गर्म भी कर देते हैं। इसलिए अगर आप कोई भारी काम करने जा रहे हैं तो पहले चार्जर लगा लें या ‘बैटरी सेवर’ मोड ऑन कर लें और कोशिश करें कि लैपटॉप ठंडा रहे।
