बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। सूत्रों के मुताबिक अब सिर्फ़ फॉर्मूले पर सहमति बननी बाकी है। माना जा रहा है कि दो प्रस्तावित फार्मूलों में से किसी एक पर जल्द मुहर लग सकती है।
पहले फार्मूले के मुताबिक महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को 138 सीटें मिलने की संभावना है।कांग्रेस को इस फार्मूले में 52 सीटें, जबकि वाम दलों (CPI-ML, CPI, CPM) को कुल 35 सीटें दी जा सकती हैं।विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को 15 सीटें, और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को 2 सीटें देने का प्रस्ताव है।
सूत्रों के मुताबिक आईपी गुप्ता की इंडिया इन्क्लूसिव पार्टी को भी गठबंधन में शामिल करने की तैयारी है, जिसे 1 सीट मिल सकती है।
सीट बंटवारे के दूसरे प्रस्ताव को थोड़ा संतुलित बताया जा रहा है। इसमें RJD को 130 सीटें दी जाएंगी, यानी पहले फार्मूले से 8 सीटें कम।कांग्रेस को 55 सीटें मिलेंगी, वाम दलों को वही 35 सीटें, लेकिन VIP की सीटें बढ़ाकर 20 हो सकती है।JMM को 2 और इंडिया इन्क्लूसिव पार्टी को 1 सीट मिलनी तय है।
जानकारी के मुताबिक RJD चाहती है कि 2015 के सीट शेयरिंग फार्मूले को ही आधार बनाया जाए, जबकि कांग्रेस अपने संगठन विस्तार और पिछली बार की जीत का हवाला देकर सीटें बढ़ाने की मांग कर रही है।कांग्रेस नेताओं का तर्क है कि पार्टी का वोट शेयर पिछले चुनाव की तुलना में बेहतर हुआ है और वह अब 50 से ज्यादा सीटों पर दावा कर रही है।
VIP और JMM जैसे सहयोगी दल भी अपने हिस्से की सीटें बढ़ाने की कोशिश में हैं।VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने हाल ही में कहा था कि हम सम्मानजनक सीट चाहते हैं।वाम दलों की ओर से भी कहा गया है कि वे सीटों से ज्यादा विचारधारा को प्राथमिकता देंगे, लेकिन वे कम से कम 35 सीटों से नीचे नहीं जाएंगे।
महागठबंधन सूत्रों का कहना है कि सीट बंटवारे पर लगभग सहमति बन चुकी है, और अब केवल औपचारिक घोषणा बाकी है।संभावना है कि जल्द ही आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीटों का ऐलान कर दिया जाएगा।वहीं, बीजेपी-जदयू गठबंधन भी अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटा है।