हमारे शरीर के लिए फेफड़े उतने ही जरूरी हैं, जितना जीवन के लिए ऑक्सीजन।जब फेफड़े स्वस्थ रहते हैं तो शरीर में ऊर्जा बनी रहती है, लेकिन जब इनमें समस्या आने लगती है तो पूरा शरीर प्रभावित हो जाता है। आईए जानते हैं फेफड़ों में भरे हुए पानी के संकेत के बारे में ।
कई बार हमारे फेफड़ों में पानी भरने लगता है, जिसे मेडिकल भाषा में Pulmonary Edema कहा जाता है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है और समय रहते इलाज न कराने पर जानलेवा भी साबित हो सकती है।इसलिए जरूरी है कि हम इसके शुरुआती संकेतों को पहचानकर समय पर डॉक्टर से जांच करवाएं।
अगर आपकी सांस बार-बार फूलती है तो आपको निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं-
चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर अत्यधिक थकान का अनुभव होना।
लेटते ही सांस लेने में कठिनाई आना।
ये लक्षण इस बात का संकेत हो सकते हैं कि फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो रहा है।
फेफड़ों में पानी भरने की स्थिति में शरीर का रक्त संचार प्रभावित होता है. इसकी वजह से पैरों और टखनों में सूजन आने लगती है।पैरों के फूलने की स्थिति में जूते तंग लगने लगता है।
यह संकेत हृदय और फेफड़ों दोनों की सेहत से जुड़े हो सकते हैं।
अगर आपको बार-बार खांसी आ रही है और उसके साथ झागदार या गुलाबी बलगम निकल रहा है तो यह भी फेफड़ों में पानी भरने का संकेत हो सकता है।
रात में खांसी का बढ़ जाना और
सीने में भारीपन या दर्द का लक्षण भी Pulmonary Edema का संकेत हो सकता है।
फेफड़ों में पानी भरने से नींद प्रभावित होती है।सोते समय बार-बार नींद टूटने और तकियों का सहारे के बिना नींद न आना कि शिकायत हो सकती है।
ये लक्षण इस बात की ओर इशारा करते हैं कि फेफड़े सही से काम नहीं कर रहे हैं और ऐसी स्थिति में पानी भरा हो सकता है।
फेफड़ों में पानी भरने की समस्या यानी Pulmonary Edema को नज़रअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।ऐसे में सांस फूलना, पैरों में सूजन, लगातार खांसी और नींद में दिक्कत जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।हमें फेफड़ों की सेहत के प्रति जागरूक रहना चाहिए और समय-समय पर जरूरी जांच कराना चाहिए,क्योंकि फेफड़ों में पानी भरना प्राणघातक हो सकता है।