भारत सरकार जल्द ही एक शानदार मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रही है, जिससे आधार अपडेट करना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा।यूआईडीएआई द्वारा बनाए जा रहे इस e-Aadhaar ऐप की मदद से आप घर बैठे ही अपने नाम, पता और जन्मतिथि जैसी जानकारियां अपडेट कर सकेंगे। इसके लिए अब किसी को कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा।इस ऐप में एआई और फेस आईडी जैसी स्मार्ट तकनीकें होंगी, जिससे प्रोसेस सुरक्षित और तेज हो जाएगा। साथ ही, यह ऐप जरूरी दस्तावेजों को सीधे सरकारी स्रोतों से लेकर प्रक्रिया को और भी आसान बना देगा।यह डिजिटल इंडिया की ओर एक और बड़ा कदम है
आधार कार्ड अपडेट कराना अब और भी आसान हो जाएगा।आप चुटकियों में अपना आधार अपडेट कर सकेंगे. इसके लिए यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) की ओर से एक ऐसा नया मोबाइल ऐप डेवलप किया जा रहा है, जो आधार को अपडेट कराने में आपकी मदद करेगा। हालांकि, अभी तक अपने आधार को अपडेट कराने के लिए लोगों को गर्मी, बरसात या कड़कड़ाती ठंड में भी घंटों आधार सेवा केंद्रों के बाहर बड़ी लाइनों में खड़ा रहना पड़ता है।अब यूआईडीएआई के इस नए ऐप से इन झंझटों से छुटकारा मिलेगा। यू एआईडीएआई ने इस मोबाइल ऐप का नाम ई-आधार रखा है, जिसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।आइए, इस ऐप की खासियत और फायदे के बारे में जानते हैं।
e-aadhar और कुछ नहीं बल्कि डिजिटल आधार कार्ड को कहा जाता है जिसे आप अपने आधार नंबर और ओटीपी वेरीफिकेशन के जरिए यूआईडीएआई की ऑफिसियल वेबसाईट www.uidai.gov.in से डाउनलोड कर सकते है। हालांकि नया मोबाईल ऐप लॉन्च होने के बाद ये प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी. इस ऐप के जरिए आधार कार्ड धारक अपने नाम, पता और जन्मतिथि समेत कई और जानकारिया घर बैठे अपने स्मार्टफोन से सुधार सकते है।इसका मतलब ये है कि अब आपको आधार सेवा केंद्रों के चक्कर बार-बार नहीं काटने पड़ेगे और न ही लंबी लाइनों में खड़े रहना पड़ेगा।
रेपोर्ट्स के अनुसार, इस ऐप की खास बात यह है की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई ) और फेस आईडी जैसी टेक्नॉलजी का इस्तेमाल कर के भारत भर के लोगों को सुरक्षित और आसान तरीके से डिजिटल आधार अपडेट का विकल्प भी मिलेगा।जानकारों का ये भी कहना है कि नवम्बर से केवल बायोमैट्रिक अपडेट यानी फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन के लिए ही आधार केंद्रों पर जाना होगा। यूआईडीएआई का यह नया कदम अपडेट की प्रक्रिया को आसान बनाना, ज्यादा कागजी काम को कम करना, पहचान से जुड़ी धोखाधड़ी के खतरे को कम करना, और पूरी प्रक्रिया को तेज व सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया है।
इन सुविधाओं के साथ-साथ, यूआईडीएआई अब यह योजना बना रहा है कि वह उपयोगकर्ताओं का डेटा सीधे सरकारी स्रोतों से खुद ही ले सके. इसमें जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड और मनरेगा के रिकॉर्ड जैसे दस्तावेज शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा, पता साबित करने के लिए बिजली बिल की जानकारी भी जोड़ी जा सकती है, जिससे प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी।यानी यूआईडीएआई अब डायरेक्टली आपके दूसरे दस्तावेज सीधे उन सरकारी स्रोतों से ले कर आपका काम आसान बनाएगा, और आपको बार-बार किसी दस्तावेज को डाउनलोड नहीं करना होगा।