भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला सहित चारों एस्ट्रोनॉट 28 घंटे का सफर तय कर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंचे। उनके अंतरिक्ष यान ड्रैगन ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के साथ डॉकिंग प्रक्रिया पूरी कर ली है। शुभांशु अगले 14 दिन तक स्पेस सेंटर में समय बिताएंगे। यह पहली बार है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री आईएसएस की यात्रा पर गया है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एक लाइव वीडियो में अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष स्टेशन के पास आते हुए दिखाया गया और डॉकिंग प्रक्रिया भारतीय समयानुसार शाम 4 बजकर 15 मिनट पर पूरी हुई। एक्सिओम-4 मिशन के अंतरिक्ष यात्री बुधवार को फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से आईएसएस की यात्रा पर रवाना हुए थे।
एक्सिओम 4 मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का ड्रैगन कैप्सूल ISS से जुड़ गया है। इसका लाइव प्रसाण किया जा रहा था।इस दौरान शुभांशु शुक्ला की मां आशा शुक्ला डॉकिंग का लाइव प्रसारण देखकर भावुक हो गईं और उनकी आंखों में आंसू आ गए।
अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन मिशन कमांडर हैं और शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के लिए मिशन पायलट हैं। इनके अलावा, हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू एवं पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा हैं। लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं।इससे 41 साल पहले भारत के राकेश शर्मा 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के तहत कक्षा में आठ दिन रहे थे।पोलैंड के इंजीनियर स्लावोज एक मिशन विशेषज्ञ और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री हैं।