झारखंड हाईकोर्ट ने धनबाद के आशीर्वाद टावर और हाजरा क्लीनिक में आग लगने की घटना को लेकर स्वत संज्ञान से दर्ज जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को भवनों का सेफ्टी ऑडिट कराकर कोर्ट में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। चीफ जस्टिस अपरेश कुमार सिंह और जस्टिस दीपक रोशन की खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए इस घटना पर दुख प्रकट किया और राज्य सरकार को निर्देश दिया कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति नहीं हो सके इसके लिए सारे इंतजाम दुरुस्त किया जाए। इस मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी होगी।
21 लोगों की ही चुकी है मौत।
एक पखवाड़े से भी कम समय में धनबाद में आग लगने की दो – दो बड़ी घटना घट गई। इसमें हाजरा क्लीनिक में लगी आग में अस्पताल के चिकित्सक दंपत्ति सहित कुल मिलाकर 7 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि यहां के जोड़ाफाटक के आशीर्वाद टावर बिल्डिंग में आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि राज्य सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी आशीर्वाद टावर बिल्डिंग पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां ट्रैफिक और फायर फाइटिंग की व्यवस्था की समस्या काफी गंभीर है ,जिसमें सुधार की जरूरत है। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर जल्दी ही बेहतर सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाया जाएगा। राज्य में अग्निशमन सेवा दुरुस्त करने की पहल भी हो रही है