दिल्ली में महिलाओं को 2500 रुपये देने के लिए ‘महिला समृद्धि योजना’ को कैबिनेट की मंजूरी मिलने पर सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि आज महिला दिवस है।आज हमारी कैबिनेट मीटिंग हुई और हमारी कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दे दी है ।दिल्ली चुनाव के दौरान हमने महिलाओं को 2500 रुपये देने का वादा किया था। हमने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए दिल्ली के बजट में 5100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।यह एक कल्याणकारी योजना है, जिसका उद्देश्य गरीब महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
महिला समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए सबसे पहले पंजीकरण कराना होगा। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।इसके लिए दिल्ली की सरकार जल्द एक पोर्टल लॉन्च करेगी। सीएम गुप्ता ने कहा कि योजना के तहत पंजीकरण के लिए एक वेब पोर्टल शुरू किया जाएगा।
आवेदक को महिला समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए कम से कम पांच साल तक दिल्ली का निवासी होना चाहिए।आवेदक के पास
आधार कार्ड के साथ दिल्ली में बैंक अकाउंट होना चाहिए।आवेदक का
आय प्रमाण पत्र एसडीएम या राजस्व विभाग के अधिकृत अधिकारी से बना होना चाहिए।आवेदक की आय प्रति वर्ष एक लाख से कम होने के साथ उनका नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्ड में होना जरूरी है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि महिला समृद्धि योजना के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए उनकी अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ मंत्री आशीष सूद, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा भी समिति का हिस्सा होंगे।रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली कैबिनेट ने योजना के कार्यान्वयन के लिए 5,100 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी दे दी है।
दिल्ली सरकार द्वारा महिलाओं को 2500 रुपये प्रदान करने के लिए ‘महिला समृद्धि योजना’ को मंजूरी दिए जाने पर बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन ने कहा कि महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास हमारे लिए सिर्फ एक नारा नहीं है। हम दिल्ली की महिलाओं को धन्यवाद देते हैं और वादे के मुताबिक सरकार ने इस योजना को मंजूरी दी है। हम पीएम मोदी के समर्थन के कारण अपने वादों के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमने जो भी वादे किए हैं, उन्हें सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में पूरा किया जाएगा।
पिछले महीने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा किया था, जो आम आदमी पार्टी (आप) की 2100 रुपये की पेशकश से अधिक था। बीजेपी की रणनीति सफल रही और उसने विधानसभा की 70 में से 48 सीट जीतीं तथा 26 साल से अधिक के अंतराल के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की।