प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को युद्धग्रस्त देश युक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा की, जिसके बाद कई तरह की खबरें आ रहीं हैं। जब पीएम मोदी ने कीव के ओएसिस ऑफ पीस पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे, तो स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के जवानों ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए बुलेट रेसिस्टेंट शील्ड तैनात कर दी।रूस से भारत के रिश्ते को लेकर कुछ यूक्रेनियो में असंतोष रहने की जानकारी पीएमओ को पहले से ही थी।
प्रधानमंत्री की टीम ने भारत विरोधी तत्वों की जानकारी एसपीजी को दे दी थी, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता कर दी गई। इस दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए डायरेक्टर एसपीजी आलोक शर्मा के नेतृत्व में कम से कम 60 एसपीजी कमांडो तैनात नजर आए। भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात के दौरान भी सुरक्षा कड़ी नजर आई।कई लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी कि रूस और भारत के संबंधों को लेकर यूक्रेन के कुछ लोग नाराज हैं। वे इसे लेकर अपना गुस्सा यहां रहने वाले भारतीयों के साथ जाहिर करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड से करीब दस घंटे की ट्रेन यात्रा के बाद कीव पहुंचे थे। यहां उनका भारतीय समुदाय के लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।इसके तुरंत बाद पीएम मोदी ने यूक्रेन राष्ट्रीय संग्रहालय में शहीदों की एक प्रदर्शनी का मुआयना किया।यहां यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लोदिमिर जेलेंस्की गर्मजोशी से प्रधानमंत्री से मिले। दोनों नेताओं की हाथ मिलाते और गले लगाते तस्वीर भी सामने आई है। ब्लोदिमिर जेलेंस्की के साथ बातचीत से पहले मोदी ने यूक्रेन की राजधानी में सत्य और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
ब्लोदिमिर जेलेंस्की से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध में भारत का रुख कभी भी एक पक्षीय नहीं था, बल्कि वह हमेशा शांति के साथ चलने पर विश्वास रखता है।यूक्रेनी राष्ट्रपति से बातचीत में पीएम मोदी ने जारी युद्ध को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से समस्या का समाधान कभी नहीं निकलता है। बातचीत और कूटनीति से समस्या हल निकालने की जरूरत है। दोनों पक्ष आपस में बातचीत शुरू करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति के प्रयास में भारत सक्रिय भूमिका निभाने से पीछे नहीं हटेगा। पीएम मोदी यूक्रेन की सात घंटे की यात्रा के बाद स्वदेश रवाना हुए।