न्यूज़ डेस्क
बिहार में शरबबंदी है लेकिन लोग शराब पीने से बाज नहीं आ रहे। सिवान जिले में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हुई है जबकि गोपालगंज में एक आदमी की मौत हो गई है। खबर के मुताबिक़ जहरीली शराब का असर इतना भयावह है कि 14 लोग अभी भी जीवन मौत से जूझ रहे हैं। इनमे से अधिकतर लोगों के आँख की रौशनी चले जाने की बात भी कही जा रही है। जानकारी के मुताबिक जिन लोगों की हालत खराब है उनमे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इस काण्ड के बाद इलाके में कोहराम मच गया है। सत्ता पक्ष इस पर कुछ भी कहने को राजी नहीं है और विपक्ष सरकार पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि महीना भर पहले ही जहरीली शराब पीने से छपरा में 70 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
तब विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार से मृतकों के परिजनों को मुआबजा देने की बात कही थी लेकिन सरकार ने साफ़ इंकार कर दिया था और कहा था कि जब राज्य में शराबबंदी है तब सरकार शराब पीने वाले को कोई मुआबजा नहीं देगी। जो पियेगा वह तो मरेगा ही।
उधर ,सीवान के कलेक्टर अमित कुमार पांडे का कहना है कि अभी कुछ नहीं कह सकते हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। आखिर इतने लोगों की मौत क्यों हो रही है और तबीयत क्यों खराब है, यह जांच का विषय है। घटना के बाद सीवान सदर अस्पताल और बाला और भोतपुर गांव में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं। मृतक के परिजन से बात करने पर रोक लगा दी गई है। परिजन कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शराब के सप्लायर की पहचान पुलिस ने कर ली है। इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। हॉस्पिटल में एडमिट लोगों की इलाज पर भी मुख्यालय ध्यान दे रहा है।