बीरेंद्र कुमार
जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को लेकर इन दिनों बिहार में जोरदार सियासत हो रही है। उनके पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि सत्ता पर काबिज लोगा लालू परिवार की गुलामी कर रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी जेडीयू के नेता भी दूसरे की गुलामी करें यह जरूरी नहीं।
उपेंद्र कुशवाहा को लेकर नए कयास
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने से जेडीयू के कई नेता नाराज चल रहे हैं। ऐसे में जो भी नेता दूसरे दलों को छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के लिए आएंगे उनका पार्टी में स्वागत है। गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा को लेकर यह कयास लगाया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा जल्दी ही जेडीयू को अलविदा कह कर बीजेपी में शामिल होंगे। हालांकि इस मामले को लेकर जेडीयू की ओर से कभी किसी तरह की बात सामने नहीं है।
दिल्ली एम्स में उपचार करवा रहे हैं उपेंद्र कुशवाहा
संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों दिल्ली एम्स में भर्ती हुए हैं, जहां इनका रूटीन मेडिकल चेकअप किया जाना है। एम्स में ईलाज के लिए बिहार बीजेपी के तीन वरीय नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा से भेंट की। इसके बाद से उपेंद्र कुशवाहा के बीजेपी में शामिल होने के अंदेशे को हवा मिल रही है। गौरतलब है कि दिल्ली एम्स में रूटीन चेकअप के दौरान उपेंद्र कुशवाहा से मिलने वाले बीजेपी नेताओं में पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल , संजय टाइगर और योगेंद्र पासवान शामिल हैं। पटेल ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जेडीयू नेता से उनकी मुलाकात की तस्वीरें पोस्ट की थी।
कुशवाहा का दिल अभी भी हमारे साथ
बीजेपी के नेताओं और उपेंद्र कुशवाहा की एम्स में मुलाकात की तस्वीरें सामने आने के बाद बीजेपी नेताओं ने इशारों इशारों में यह संकेत दे दिया है कि अगर उपेन्द्र कुशवाहा बीजेपी में आना चाहेंगे तो उनका स्वागत किया जाएगा। बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वे वर्तमान में एक अलग पार्टी में जरूर शामिल हैं, लेकिन उनका दिल अभी भी हमारे साथ ही है।बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि विकास और राष्ट्रवाद की राजनीति करने वाले सभी नेताओं का बीजेपी में स्वागत है।
जेडीयू से मायूस चल रहे हैं उपेंद्र कुशवाहा
हाल के दिनों में आरजेडी के खिलाफ जिस प्रकार से उपेंद्र कुशवाहा मुखर हो रहे हैं, उसे लेकर नीतीश कुमार भी अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद उपेंद्र कुशवाहा को जब भी मौका मिलता है,वे आरजेडी के खिलाफ मुखर हो जाते हैं। माना जाता है यह सब उपेंद्र कुशवाहा की सूची समझी चाल है, ताकि या तो जेडीयू दबाव में आकर उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दें इसे लेकर वह लंबे समय से प्रयासरत हैं और नहीं तो फिर जेडीयू से अगर उन्हें निकाल दिया जाता है तो वे बिना सदस्यता खोए बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि नीतीश कुमार ने पूर्व में ही यह बात स्पष्ट कर दी है कि उनकी सरकार में तेजस्वी यादव के अलावा और कोई उपमुख्यमंत्री नहीं रहेगा। यही वजह है की उपेंद्र कुशवाहा अपनी मन की सोच को पूरा करने के लिए बदल-बदल का चाल चल रहे हैं।