न्यूज डेस्क
मोदी 3.0 सरकार का पूर्ण बजट (Budget 2024) लोकसभा में 23 जुलाई 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाएगा। इससे पहले फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था। चुनावी साल में दो बार बजट पेश किया जाएगा। क्योंकि इस साल लोकसभा चुनाव थे। इसलिए अंतरिम बजट के बाद अब केंद्रीय बजट पेश होगा।
यहां हम आपको पूर्ण बजट और अंतरिम बजट के बीच के अंतर को आसान शब्दों में बताने का प्रयास कर रहे हैं। आइए अंतर समझते हैं।
पूर्ण बजट को हर साल 1 फरवरी को लोकसभा में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाता है। जबकि अंतरिम बजट को चुनावी साल में चुनावों से पहले मौजूदा सरकार पेश करती है।
पूर्ण बजट को लेकर लोकसभा में विस्तृत चर्चा होती है। फिर इसे पारित किया जाता है। जबकि अंतरिम बजट में इसे बिना किसी चर्चा के ही पारित कर दिया जाता है।
पूर्ण बजट में सरकारें नई योजनाओं और नीतियों की घोषणा करती हैं। जबकि अंतरिम बजट में किसी भी तरह की नई योजनाओं या नीतियों की घोषणा नहीं होती है।
पूर्ण बजट में सरकार के पूरे वित्त वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) के लिए फंड का एलोकेशन करती है। जबकि अंतरिम बजट में अगले चुनाव तक सरकार के 3-4 महीने के खर्चों को पूरा करने के लिए फंड एलोकेशन का आवंटन करती है।
पूर्ण बजट में सरकार की इनकम के सभी सोर्सेज का डीटेल्ड होता है। जबकि अंतरिम बजट में सरकार के आय के सभी स्रोतों का विवरण नहीं होता है।