न्यूज डेस्क
जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते असुरक्षित हो चुके दो होटलों को तोड़ने के बाद अब बुधवार से लोनिवि के अतिथि गृह को भी तोड़ा जाएगा। यह पहला सरकारी भवन है जिस पर प्रशासन ने डिस्मेंटल का स्टीकर चस्पा कर दिया है। वहीं जेपी कॉलोनी में 15 असुरक्षित घरों को भी ध्वस्त किया जाएगा।
नगर में लोनिवि के गेस्ट हाउस में कुछ दिनों से दरारें आने लगीं थी। अब यह एक तरफ झुकने लगा है। भवन में लगी टाइल्स भी उखड़ गयी हैं। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि जैसे जैसे सीबीआरआई कीह संस्तुति होगी अन्य क्षतिग्रस्त भवनों को भी तोड़ा जाएगा। वहीं दूसरी और सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने बताया कि जेपी कॉलोनी में करीब 15 घर चिन्हित किये गये हैं, जिन्हें सीबीआरआई की रिपोर्ट के आधार पर रहने के लिहाज से असुरक्षित घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि सीबीआरआई की और से भवनों के क्षति के आंकलन के साथ ही क्रेक मीटर भी लगाये जा रहे हैं।
होटल स्नो क्रेस्ट और कामेट होटल भी तिरछे
रोपवे को जाने वाली रोड पर होटल स्नो क्रेस्ट और कामेट होटल भी लगातार तिरछे होकर झुकते जा रहे हैं। स्नो क्रेस्ट मं पड़ी दरारें बढ़ रही हैं,वहीं कामेट के बाहर के टाइल्स उखड़ गयी हैं और दीवारों पर दरारें पड़ गयी हैं। बढ़ती दरारों को देखते हुए प्रशासन ने इन दोनों होटलों को असुरक्षित श्रेणी में रखा है। पहले प्रशासन ने यहां पर पीले रंग के स्टीकर लगाये थे लेकिन अब दरार बढ़ने के साथ ही यहां लाल रंग के स्टीकर लगाये गये हैं।
पीपलकोटी में शिफ्ट होगा भगवान बद्री विशाल का खजाना
भू-धंसाव से असुरक्षित घरों से लोग ही नहीं बल्कि भगवान बद्रीनाथ का खजाना भी शिफ्ट किया जाएगा। उसे पीपलकोटी के बीकेटीसी के निरीक्षण भवन में रखा जाएगा।
बता दें कि तीर्थयात्रियों की और से बद्रीनाथ धाम में कई बेसकीमती जेवरात और धनराशि अर्पित की जाती है। मौजूदा समय में बद्रीनाथ के खजाने में करोड़ों की नकदी के अलावा 30 क्विंटल चांदी,15 किलो से अधिक सोना व जेवरात शामिल हैं। चारधाम यात्रा संपन्न होते ही बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्यालय के साथ ही करोड़ों का यह खजाना भी जोशीमठ में नृसिंह मंदिर में शिफ्ट कर दिया जाता है। जोशीमठ में बिगड़ती स्थिति से चिंतित नृसिंह मंदिर समिति के सदस्यों ने खजाने की सुरक्षा पर चिंता जतायी थी।
केंद्रीय तकनीकी संस्थानों को रिपोर्ट देने की समय सीमा तय
जोशीमठ में सर्वे और जांच में जुटी केंद्रीय संस्थानों की टीमों को आपदाग्रस्त क्षेत्रों अध्ययन रिपोर्ट देने की टाइम लाइन मंगलवार जारी कर दी गयी। वहीं टीसीपी तिराहा जोशीमठ के पास उद्यान विभाग की भूमि को मॉडल प्री फैब्रिकेटेड हट बनाने के लिए चिन्हित किया गया है।
1500 से 2000 करोड़ हो सकता है अंतरिम राहत पैकेज
जोशीमठ भू-धंसाव के प्रभावितों पर तत्कालिक राहत का मरहम लगाने के बाद प्रदेश सरकार इस सप्ताह केंद्र सरकार को अंतरिम राहत पैकेज का प्रस्ताव भेजेगी। यह प्रस्ताव 1500 से 2000 करोड़ रुपए का हो सकता है। आगामी सोमवार तक राहत पैकेज तैयार कर लिया जाएगा।
नया जोशीमठ बनाने का प्रस्ताव बना तो बढ़ेगी पैकेज की राशि
आपदा राहत के पैकेज राशि और अधिक हो सकती है,यदि इसमें नया जोशीमठ बसाने का प्रस्ताव भी शामिल हुआ। बड़ी संख्या में प्रभावित पक्के मकान ही चाहते हैं। यदि ऐसे सभी भवनों को खाली कराया जाता है तो उनके लिए अलग आवासीय परिसर बनाने की नौबत आती है तो ऐसी स्थिति में सरकार को ज्यादा धनराशि की व्यवस्था करनी होगी।