प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर दूर की कौड़ी खेलने के लिए जाने जाते हैं।रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित सपथ ग्रहण के अवसर पर भी उनका यह दृष्टिकोण प्रच्छन्न रूप में देखा जा सकता है।लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद केंद्र में एक बार फिर से बने एनडीए की सरकार में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जिन सांसदों ने शपथ लिया उसमें राज्यवार सबसे ज्यादा संख्या बिहार और उत्तर प्रदेश के थे।मंत्रिमंडल गठन में महाराष्ट्र को भी खासा तवज्जो दिया गया।यह सब इसलिए किया गया क्योंकि वहां हाल के वर्षों में विधानसभा का चुनाव होना है।गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विधान सभा का चुनाव इस वर्ष होना है, जबकि विहार में अगले वर्ष और उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 में । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नयी मंत्रिपरिषद में उत्तर प्रदेश और बिहार को अधिकतम प्रतिनिधित्व देने का काम किया गया है, महाराष्ट्र से भी छह सांसदों को मंत्री बनाया गया है। महाराष्ट्र में इस वर्ष विधानसभा चुनाव साल होने वाला है,जिसपर विपक्षी गठबंधन की भी नजर बनी हुई है, जिसने इस बार लोकसभा चुनाव में पहले से अच्छा प्रदर्शन किया है।
उत्तर प्रदेश और बिहार से कितने मंत्री बने
लोकसभा में सबसे ज्यादा 80 सदस्य भेजने वाले उत्तर प्रदेश को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में नौ मंत्री पद मिले हैं।जिनमें एक कैबिनेट मंत्री शामिल है। वहीं बिहार से आने वाले कुल आठ मंत्रियों में से चार को कैबिनेट पद दिए गए हैं।वहीं महाराष्ट्र से दो कैबिनेट मंत्रियों सहित छह मंत्री बने हैं।
अन्य राज्यों से मोदी 3.0 मंत्रिमंडल में बने मंत्रियों की संख्या
रविवार को शपथ लेने वाली मंत्रिपरिषद में उत्तर प्रदेश,बिहार और महाराष्ट्र के बाद गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान से पांच-पांच सांसदों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इसके अलावा हरियाणा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु इन तीन राज्यों में से तीन-तीन मंत्री बनाए गए हैं।वहीं उड़ीसा जहां इस बार बीजेपी ने जीत का परचम लहराया है और बीजेपी की बहुमत वाली संस्कार बनाने की ओर अग्रसर है, वहां से दो सांसदों को मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री पद दिया गया है,जबकि असम, झारखंड ,तेलंगाना, पंजाब और पश्चिम बंगाल और केरल से दो-दो सांसदों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।