न्यूज़ डेस्क: आगामी विधान सभा और लोकसभा चुनाव में बसपा किसी भी दल के साथ गठबंधन किये बिना अकेले चुनाव लड़ेगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज इसका ऐलान कर विपक्षी एकता को झटका दिया है। इसके साथ ही मायावती ने ईवीएम पर भी कई सवाल खड़ा किया है।
मकर संक्रांति और अपने जन्म दिन के मौके पर मौके पर मायावती ने कहा, ‘आगामी चुनावों में बसपा किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी, हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस और कुछ अन्य दल हमारे साथ गठबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हमारी पार्टी की विचारधारा अन्य पार्टियों से अलग है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि बसपा को आगे बढ़ने से रोका जा रहा है। मायावती का आज 67 वां जनदिन मना रही है।
मायावती ने कहा कि बसपा ने राज्य में चार बार सरकार बनाई है और पार्टी ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जनता के लिए काम किया है। इसके बाद सभी विपक्षी दलों ने आंतरिक साठगांठ करके बसपा के खिलाफ आ गए हैं। यही कारण है कि आज सभी वर्गों के लोग परेशान हैं। बसपा प्रमुख ने जोर देकर कहा कि उनके नेतृत्व में किए गए प्रयासों के कारण समाज के सभी वर्गों के लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
बसपा प्रमुख ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी गरीबों, पिछड़ों के लिए काम करने वाला आंदोलन है। पार्टी धन्नासेठों के धन बल का इस्तेमाल नहीं करती है।
मायावती ने ईवीएम चुनाव पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि भविष्य के सभी चुनाव बैलेट पेपर से ही कराए जाएं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से देश में ईवीएम के जरिए चुनाव कराने को लेकर यहां की जनता में किस्म-किस्म की आशंकाएं व्याप्त हैं। ईवीएम में कुछ खराबी है, कुछ इसे तोड़ रहे हैं, बैलेट पेपर के समय में सभी चुनावों में हमारी सीटों की संख्या और वोटों का प्रतिशत बढ़ जाता था। इसे दूर व खत्म करने के लिए अब यहां आगे सभी छोटे-बड़े चुनाव पूर्व की तरह बैलेट पेपर पर कराए जाएं।